पटना। बिहारवासियों के लिए सावन का महीना इस बार न सिर्फ मनमोहक, बल्कि खतरनाक भी साबित हो सकता है। आज यानी बुधवार को मौसम का विकराल रूप देखने को मिलेगा। पूरे राज्य में तेज से लेकर बहुत तेज बारिश होने की संभावना है। इसके साथ ही आकाशीय बिजली गिरने का भी खतरा बना हुआ है। इस बार का मानसून बिहार के लिए एक विनाशकारी आपदा की आहट बनकर आया है, जिसमें नदियों के जलस्तर में वृद्धि और बाढ़ के संकेत भी मिल रहे हैं।

38 जिलों में होगी तेज बारिश

आईएमडी (भारतीय मौसम विभाग) के मुताबिक, आज रोहतास और भभुआ जिलों में बहुत भारी बारिश हो सकती है। इसके अलावा बक्सर, औरंगाबाद, अरवल, जहानाबाद, नालंदा, शेखपुरा, लखीसराय, जमुई और बांका जिलों में भी भारी बारिश की संभावना है। पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सीवान और सारण में भी बारिश हो सकती है। पटना, गया, पूर्णिया सहित अन्य सभी जिलों में भी बारिश होगी।

आकाशीय बिजली और बाढ़ का खतरा

आज भोजपुर, बक्सर, कैमूर, रोहतास, औरंगाबाद और अरवल में आकाशीय बिजली गिरने का भी खतरा है। मौसम विभाग ने इन इलाकों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। किसानों को विशेष रूप से सावधान किया गया है, ताकि वे खराब मौसम के दौरान खेतों में काम न करें और तुरंत सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं।

इसके अलावा, नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, जिससे बाढ़ का खतरा भी बढ़ गया है। गंगा और कोसी जैसी प्रमुख नदियां उफान पर हैं। पटना के गांधी घाट में गंगा नदी वॉर्निंग लेवल से ऊपर बह रही है, जबकि मुंगेर में गंगा खतरे के निशान से महज 2 मीटर नीचे बह रही है। कोसी, कमला, गंडक और अन्य नदियां भी बढ़ते जलस्तर के साथ खतरनाक स्थिति में हैं।

ट्रफ लाइन का असर

मानसून ट्रफ लाइन फिलहाल बिहार के ऊपर से होकर गुजर रही है, जिससे नमी की मात्रा बढ़ रही है और बारिश में तीव्रता आ रही है। दक्षिण बिहार में निम्न दवाब का क्षेत्र बना हुआ है, जिससे बादल बनने की प्रक्रिया तेज हो गई है और मूसलधार बारिश की संभावना बढ़ गई है।

सुरक्षा उपाय

इस दौरान बिहार के नागरिकों से अपील की गई है कि वे अपनी खिड़कियां और दरवाजे बंद रखें और खुले स्थानों पर न जाएं। बारिश और आकाशीय बिजली के खतरों से बचने के लिए सतर्कता बरतें और सुरक्षित स्थानों पर रहें।