रायपुर. राज्य सरकार ने शासकीय अधिकारी-कर्मचारियों के वर्ष 2024-25 के वार्षिक कार्य निष्पादन मूल्यांकन प्रतिवेदन (सीआर) लिखे जाने के लिए एक बार फिर समय-सीमा में संशोधन किया है. संशोधित समय-सीमा अखिल भारतीय सेवा के अधिकिारयों को छोड़कर राज्य सेवा के अधिकारी-कर्मचारियों के लिए लागू होगी.

सामान्य प्रशासन विभाग के आदेश के मुताबिक शासकीय सेवक चालू वर्ष के लिए स्व-मूल्यांकन अब 15 जुलाई की बजाय 15 अगस्त से शुरू कर सकेंगे. अंतिम मूल्यांकन 30 नवंबर तक हो सकेगा. वार्षिक कार्य निष्पादन मूल्यांकन प्रतिवेदन लिखे जाने के लिए नवीन प्रपत्र लागू किया गया है. इसमें मतांकन किए जाने के लिए तकनीकी कठिनाइयां आ रही हैं. मतांकन किए जाने के लिए अधिकारी कर्मचारियों का ऑनबेर्डिंग कार्य प्रक्रिया धीन है. साथ ही नए विभाग से डाटा एकत्रित की जा रही है तथा स्पैरो पोर्टल पर काय निष्पादन मूल्यांकन प्रतिवेदन लिखे जाने के लिए अधिकारी-कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. ऐसी स्थिति में सभी शासकीय सेवकों के वार्षिक कार्य निष्पादन मूल्यांकन प्रतिवेदन संबंधितों द्वारा निर्धारित समय-सीमा पर लिखा जाना संभव नहीं हो रहा है. इसे देखते हुए राज्य शासन द्वारा राज्य के शासकीय सेवकों (अखिल भारतीय सेवा के अधिकारियों को छोड़कर) के वार्षिक कार्य निष्पादन मूल्यांकन प्रतिवेदन लिखने की निर्धारित समयावधि में केवल वर्ष 2024-25 की अवधि के लिए परिवर्तन किया गया है.

संशोधित समय-सीमा के अनुसार चालू वर्ष के लिए स्वमूल्यांकन की तिथि 15 जुलाई की जगह अब 15 अगस्त निर्धारित की गई है. इसी तरह प्रतिवेदन अधिकारी द्वारा मूल्यांकन की तिथि 15 अगस्त के स्थान पर 15 सितंबर तथा समीक्षक अधिकारी द्वारा मूल्यांकन की तिथि 15 सितंबर के स्थान पर 15 अक्टूबर 2025 निर्धारित की गई है. जबकि स्वीकृतकर्ता अधिकारी द्वारा मूल्यांकन अब 30 नवंबर तक किया जा सकेगा.

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