Chhattisgarh Crime News:  रायपुर/बिलासपुर. सेवा सहकारी समिति मर्यादित मस्तूरी के धान खरीदी उपकेन्द्र के खरीदी प्रभारी व कम्प्यूटर ऑपरेटर द्वारा अनियमितता कर समिति को 54,67,687 रूपए का गबन करने के मामले में पुलिस ने खरीदी प्रभारी व कम्पयूटर ऑपरेटर के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया है.

मस्तूरी पुलिस के मुताबिक प्रार्थी सुशील पनौरे ने रिपोर्ट दर्ज कराया था और बताया कि सेवा सहकारी समिति मर्यादित मस्तूरी पंजीयन क्रमांक 169 के धान खरीदी उपकेन्द्र रिस्दा खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में धान खरीदी का कार्य धान खरीदी प्रभारी कृष्ण कुमार करियारे एवं समिति कम्प्यूटर ऑपरेटर सुखसागर जांगडे धान खरीदी केन्द्र रिस्दा निवासी मस्तूरी के द्वारा खरीफ वर्ष 2024-25 में धान खरीदी का कार्य में अनियमितता कर शासन को क्षति पहुंचायी गयी है. केन्द्र में ऑनलाईन कम्प्यूटर पत्रक अनुसार कुल धान खरीदी 40879.20 किंवटल पाई गई मिल एवं संग्रहण केन्द्र में कुल परिदान 39115.43 क्विंटल पाया गया. पत्रक अनुसार केन्द्र में अभिष्ठ शेष धान की मात्रा 1763.77 क्विंटल परिदान हेतु शेष पाया गया था. तथा उक्त प्रकरण में संयुक्त जांच दल द्वारा भौतिक सत्यापन उपरांत 1515.77 किंवटल धान कम पाया गया है, तथा मौके पर उपलब्ध कुल धान स्टेक में 188.00 क्विंटल एवं फड़ में 60.00 क्विंटल पाया गया था. इस प्रकार मौके पर कुल धान की मात्रा 248 किंवटल पाया गया था. उक्त 248 क्विंटलमात्रा को भी धान खरीदी प्रभारी कृष्ण कुमार करियारे द्वारा बेच दिया गया. तथा उक्त मात्रा की राशि 768800 रूपए को भी प्रभारी द्वारा गबन कर अस्पष्ट हस्ताक्षर 12 जून को जिला सहकारी बैंक का सील मुद्रा लिया गया . इस तरह उपकेन्द्र रिस्दा में कुल 1763.77 क्विंटल कमी/शॉटेज को दर्शाता है. जिसमें समिति को राशि 5467687 रूपए की आर्थिक क्षति हुई है.

लालच देकर स्वास्थ्य अधिकारी से 18 लाख की ठगी

बिलासपुर. बिल्हा क्षेत्र में रहने वाली स्वास्थ्य अधिकारी को शेयर मार्केट में मुनाफे का लालच देकर 18 लाख की ठगी का मामला सामने आया है. स्वास्थ अधिकारी ने इसकी शिकायत बिल्हा थाने में की है. इस पर पुलिस ने धोखाधड़ी और आइटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है. पुलिस ने स्वास्थ्य अधिकारी के बताए मोबाइल नंबरों के आधार पर जालसाजों की तलाश शुरू कर दी है. बिल्हा टीआई उमेश साहू के मुताबिक क्षेत्र में रहने वाली महिला स्वास्थ्य विभाग में अधिकारी हैं. वे पहले भी शेयर मार्केट में निवेश करती रही. इसी दौरान उनके मोबाइल पर अनजान नंबर से काल आया. उन्हें शेयर मार्केट में ज्यादा मुनाफे का लालच देकर बताए कंपनी में निवेश करने कहा गया. जालसाजों के बताए अनुसार उन्होंने करीब 18 लाख रुपये का निवेश किया. उनके मोबाइल पर निवेश पर मुनाफा भी दिखाई दे रहा था. बाद में जब उन्होंने अपने रुपये निकलवाने की कोशिश की तो और रुपये मांगे गए. तब स्वासथ्य अधिकारी को जालसाजी की आशंका हुई. उन्होंने पूरे मामले की शिकायत बिल्हा थाने में की है. उनकी शिकायत पर पुलिस ने जुर्म दर्ज कर जालसाज गिरोह की तलाश शुरू कर दी है.