मनेंद्र पटेल, दुर्ग. भारतमाला परियोजना के तहत दुर्ग जिले के शिल्पग्राम थनौद में बन रहे अंडर पास को लेकर किसानों और ग्रामीणों में असंतोष तेजी से उभर कर सामने आया है। आज थनौद गांव में ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया, जिसमें न सिर्फ थनौद बल्कि आसपास बिरेझर और चंगोरी गांवों के किसान भी बड़ी संख्या में शामिल हुए।
किसानों और शिल्पग्राम के लोगों की मुख्य मांग है कि अंडर पास की ऊंचाई बढ़ाई जाए और सड़क निर्माण के लिए कालम सिस्टम अपनाया जाए, ताकि उन्हें बड़ी ऊंची मूर्तियों का ऑर्डर मिले तो उसे गुजरने में समस्या न हो। वहीं उनके खेत और फसलें प्रभावित न हों। धान या अन्य वाहन लाने ले जाने में कोई दिक्कत न हो। किसान नेता बंटी हरमुख और प्रदर्शनकारी किसानों का कहना है कि अंडर पास की ऊंचाई कम होने की वजह से न सिर्फ उन्हें धान परिवहन में परेशानी उठाना पड़ता है, बल्कि बरसात का पानी नहीं निकलने से उनके खेतों में बाढ़ की आशंका भी बनी रहती है।


आश्वासन के बाद किसानों ने स्थगित किया प्रदर्शन
किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए प्रशासन की टीम ने मौके पर पहुंचकर किसानों से चर्चा की और उनकी समस्या का निराकरण करने का आश्वासन दिया। मीडिया से चर्चा में तहसीलदार वासुमित्र दीवान ने बताया कि किसानों की समस्या से एनएच को अवगत कराया गया है। प्रशासन के आश्वासन के बाद किसानों ने छः माह की मोहलत देकर अनिश्चित कालीन प्रदर्शन को स्थगित कर दिया।
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