पंजाब में छुट्टी पर घर आए 28 वर्षीय सेना के जवान कुलजीत सिंह की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। उसका शव बुधवार सुबह खोखरां गांव के खेल मैदान में एक कार की ड्राइवर सीट पर मिला। परिवार का आरोप है कि कुलजीत को जान-पहचान के युवकों ने चिट्टे की ओवरडोज देकर मार दिया।
कुलजीत सिंह गांव फतेहगढ़ वीरान का रहने वाला था और 2017 में सेना में भर्ती हुआ था। वह इन दिनों राजस्थान के कोटा में सेवारत था। मंगलवार शाम करीब 4 बजे वह कपड़े खरीदने के लिए घर से निकला था लेकिन वापस नहीं लौटा। सुबह उसका शव मारुति स्विफ्ट कार में मिला, जिससे इलाके में सनसनी फैल गई।
पुलिस के अनुसार, पोस्टमार्टम की शुरुआती रिपोर्ट में ज़हरीले पदार्थ से मौत की पुष्टि हुई है। परिवार ने बताया कि कुलजीत को जिन लोगों ने नशा दिया, वे पहले से ही नशा तस्करी में लिप्त हैं। पुलिस ने मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने हरप्रीत सिंह (गांव टप्परियां अमर सिंह), हसिमरनप्रीत सिंह (गांव खोखर), हर्षदीप सिंह (गांव बहरामपुर बेट), नीरज कुमार (गांव शेरपुर, लुधियाना) से 126 ग्राम नशीला पाउडर भी बरामद किया है। पुलिस के अनुसार, नीरज पहले से ही NDPS एक्ट के दो मामलों में आरोपी है। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने कबूल किया है कि उन्होंने कुलजीत को ड्रग्स उपलब्ध कराए थे। अदालत ने हरप्रीत और नीरज को दो दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा है, जबकि अन्य दो को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।

कुलजीत की पत्नी पंजाब पुलिस में तैनात है और फिलहाल जालंधर में पोस्टेड है। दोनों का 9 महीने का बेटा भी है। शहीद फौजी के पिता अर्जन सिंह ने रोते हुए कहा कि अब जाकर मुझे समझ आया कि ये चिट्टा क्या होता है। मैंने अपना बेटा खो दिया। हमारे इलाके में एक महिला को हाल ही में पुलिस ने छोड़ा है और वह फिर से चिट्टा बेच रही है। तस्कर खुलेआम कहते हैं कि उन्हें पुलिस का कोई डर नहीं।
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