हरिश्चंद्र शर्मा, ओंकारेश्वर। मध्य प्रदेश के ओंकारेश्वर की शांत मानी जाने वाली नर्मदा इस बार दो मासूम जिंदगियों को अपने साथ बहा ले गई। इंदौर के रामानंद नगर से आए दो सगे भाई अपने दोस्तों के साथ ओंकारेश्वर तीर्थ पर जन्मदिन मनाने पहुंचे थे, लेकिन यह खुशी का दिन उनके परिवार के लिए उम्रभर के दर्द में बदल गया।

तेज बहाव बना जानलेवा

जन्मदिन की खुशियां मनाने के बाद लक्की (20) और विक्की (18) अपने दोस्तों के साथ नर्मदा-कावेरी संगम घाट पर स्नान करने गए। बताया गया कि दोनों भाई तैराकी नहीं जानते थे। बहाव तेज था। विक्की अचानक गहरे पानी में डूब गया। लक्की ने भाई को बचाने की कोशिश की, लेकिन वह खुद भी नदी की तेज धार में समा गया। यह सब कुछ चंद पलों में हुआ और देखते ही देखते दोनों लापता हो गए।

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42 घंटे चला रेस्क्यू ऑपरेशन, एक का शव 5 और दूसरे का 50 KM दूर मिला

घटना के बाद पुलिस, होमगार्ड्स व गोताखोरों की टीम लगातार रेस्क्यू में जुटी रही। तेज बहाव और मौसम की चुनौती के बावजूद 42 घंटे तक सर्च ऑपरेशन जारी रहा। आखिरकार विक्की का शव ओंकारेश्वर के समीप बिल्लोरा गांव के पास मिला, जबकि लक्की का शव घटनास्थल से लगभग 50 किलोमीटर दूर खरगोन जिले के बेड़ियां थाना अंतर्गत मर्दाना गांव के पास नर्मदा से बरामद हुआ।

इस हादसे से ओंकारेश्वर क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। तीर्थनगरी में इस हादसे की चर्चा हर घाट और गलियों में हो रही है। स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं की आंखें नम थीं। ओंकारेश्वर मांधाता थाना प्रभारी अनोख सिंह सिंदया ने बताया कि “हमें सूचना मिलते ही रेस्क्यू टीम रवाना कर दी थी। दोनों के शव अलग-अलग स्थानों से बरामद किए गए हैं।”

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थाना प्रभारी अनोख ने कहा कि ”स्थानीय लोगों और प्रशासन के सहयोग से यह ऑपरेशन संभव हो सका। हम सभी से अपील करते हैं कि ऐसे घाटों पर स्नान करते समय अत्यधिक सतर्क रहें।” ओंकारेश्वर सिविल अस्पताल के डॉक्टर रवि वर्मा ने बताया कि “दोनों युवकों को जब लाया गया तब तक उनकी मृत्यु हो चुकी थी। पोस्टमार्टम की कार्रवाई के बाद शव परिजनों को सौंप दिए गए हैं।”

नर्मदा से सबक

यह हादसा एक बार फिर यह चेतावनी देता है कि प्रकृति से लापरवाही घातक हो सकती है। तीर्थस्थल पर श्रद्धा के साथ-साथ सुरक्षा भी जरूरी है। प्रशासन की चेतावनी, स्थानीय संकेतों और अनुभवी नाविकों की सलाह को नजरअंदाज न करें। यह घटना केवल एक परिवार का दुख नहीं, बल्कि हम सभी के लिए सबक है।

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