प्रमोद कुमार/ कैमूर। बिहार में लगातार हो रही बारिश से स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है। राजधानी पटना में गंगा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा गहराता जा रहा है। गांधी घाट, दीघा घाट, दानापुर और मनेर जैसे प्रमुख घाटों पर जलस्तर खतरे के निशान को पार कर चुका है या पार करने की कगार पर है। गांधी घाट पर तो जलस्तर पहले ही खतरे के निशान से ऊपर रिकॉर्ड किया गया है।
प्रशासन हाई अलर्ट मोड में
बढ़ते खतरे को देखते हुए प्रशासन हाई अलर्ट मोड में आ गया है। जिला प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग लगातार निगरानी कर रहे हैं। निचले इलाकों में विशेष सतर्कता बरती जा रही है और आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
बच्चे की दर्दनाक मौत
इसी बीच, कैमूर जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। भभुआ थाना क्षेत्र के डुमरी गांव में पोखर में डूबने से 11 वर्षीय बच्चे की दर्दनाक मौत हो गई। मृतक की पहचान योगेंद्र प्रसाद केशरी के पुत्र शिवम कुमार के रूप में हुई है।
मृत घोषित कर दिया
जानकारी के अनुसार, शिवम अपने मानसिक रूप से अस्वस्थ पिता के साथ गाय चरा रहा था। लौटते समय पिता आगे बढ़ गए और शिवम पीछे रह गया। इसी दौरान वह एक पोखर के किनारे पहुंचा, जहां पैर फिसलने से वह पानी में गिर गया और डूब गया। जब गांववालों ने उसे पानी में देखा तो तुरंत बाहर निकाला गया और भभुआ सदर अस्पताल लाया गया, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मृतक की मां की हो चुकी है मौत
घटना के बाद पूरे गांव में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है। मृतक की मां पहले ही दुनिया से चली गई थी और पिता की मानसिक स्थिति भी ठीक नहीं है, जिससे परिवार की हालत बेहद दयनीय बताई जा रही है।
परिवार के साथ खड़े हैं
भभुआ नगर परिषद के सभापति विकास तिवारी उर्फ बबलू तिवारी मौके पर पहुंचे और परिजनों को ढांढस बंधाया। उन्होंने प्रशासन से तत्काल मुआवजे की मांग की और भरोसा दिलाया कि इस दुख की घड़ी में वे परिवार के साथ खड़े हैं।
लापरवाही का आरोप
वहीं गांव के निवासी निकेश तिवारी ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए बताया कि गांव में हो रहे सड़क निर्माण के दौरान साइड की मिट्टी हटाई गई थी, जिससे जगह-जगह गड्ढे बन गए हैं। बारिश में इनमें पानी भर गया और बच्चा उसी में गिरकर डूब गया।
सुरक्षा मिल पाएगी?
इस घटना ने न केवल पूरे गांव को झकझोर कर रख दिया है बल्कि एक बार फिर सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या प्राकृतिक आपदाओं और सरकारी लापरवाही का शिकार बनने वालों को समय रहते सुरक्षा मिल पाएगी?
पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया
पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और शुक्रवार देर रात शव परिजनों को सौंप दिया गया। अब देखना यह होगा कि जिला प्रशासन पीड़ित परिवार की मदद के लिए क्या ठोस कदम उठाता है।
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करे
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें