पटना। बिहार में एक बार फिर मानसून सक्रिय हो गया है। मौसम विज्ञान केंद्र ने शनिवार को प्रदेश के 32 जिलों में आंधी और बारिश का अलर्ट जारी किया है। इसमें 19 जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट और 13 जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों में तेज हवा के साथ बारिश और आकाशीय बिजली गिरने की आशंका जताई गई है। हवा की रफ्तार 40 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच सकती है।

स्कूलों को बंद रखने का आदेश

इस बीच, पटना में गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। स्थिति को देखते हुए पटना के जिलाधिकारी ने जिले के 78 स्कूलों को 21 जुलाई तक बंद रखने का आदेश दिया है। खास बात यह है कि जलस्तर बढ़ने के बावजूद कुछ शिक्षक बिना लाइफ जैकेट के नाव से स्कूल जाते देखे गए।

गंगा खतरे के निशान के पास पहुंच गई

हालांकि बीते 24 घंटे में राज्य के किसी भी जिले में बारिश दर्ज नहीं की गई, लेकिन कैमूर, दानापुर और अन्य क्षेत्रों में पहले की बारिश से जलस्तर बढ़ा है। रामगढ़ और नुआंव में गोरिया नदी का पानी पुल से 2 फीट ऊपर बह रहा है। चंडेश और कलानी गांव के 200 एकड़ खेतों में पानी भर गया है। वहीं, दानापुर में गंगा खतरे के निशान के पास पहुंच गई है।

अब तक 42% कम बारिश

मौसम विभाग के अनुसार इस वर्ष अब तक राज्य में 317.9 मिमी बारिश होनी चाहिए थी, लेकिन केवल 217.2 मिमी ही बारिश हुई है। यानी सामान्य से 42% कम बारिश हुई है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर अगले 10-15 दिनों में अच्छी बारिश नहीं हुई तो धान की रोपनी और खरीफ फसलों पर बुरा असर पड़ सकता है।

शनिवार को अररिया 38.4°C के साथ सबसे गर्म जिला रहा, जबकि सुपौल में 38.2°C, मोतिहारी में 37°C और दरभंगा व भागलपुर में 36°C के आसपास तापमान दर्ज किया गया।

सावधानी बरतने की अपील

मौसम विभाग ने खुले में रहने से बचने, बिजली के खंभों और पेड़ों के नीचे न रुकने, तथा जरूरी न हो तो यात्रा टालने की सलाह दी है। किसानों और मजदूरों को विशेष सतर्कता बरतने को कहा गया है। साथ ही बिजली गिरने के दौरान सभी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बंद रखने की हिदायत दी गई है। बिहार में फिलहाल मौसम की स्थिति गंभीर बनी हुई है और आने वाले दिन कृषि और जनजीवन दोनों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं।