शिखिल ब्यौहार, भोपाल। मध्य प्रदेश कर्मचारी मंच ने रविवार को राजधानी भोपाल में प्रदर्शन किया। 11 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदेशभर के कर्मचारी शहर में जुटे। उन्होंने सरकार के साथ ही विपक्ष पर भी गंभीर आरोप लगाए है। वहीं अल्टीमेटम देते हुए कहा कि एक हफ्ते बाद न्यायालय में सरकार के खिलाफ 1000 से ज्यादा याचिकाएं होंगी।

मध्य प्रदेश कर्मचारी मंच ने 11 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। जिसमें प्रदेशभर के दैनिक वेतन भोगी, स्थाई कर्मचारी, अंशकालीन कर्मचारी शामिल हुए। नियमितकरण, प्रदेश में स्थाई कर्मचारियों को चतुर्थ श्रेणी के पद पर नियमित, सातवें वेतनमान का लाभ और वेतन वृद्धि के साथ एरियर की मांग कर रहे है।

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एमपी कर्मचारी मंच के प्रदेश अध्यक्ष अशोक पांडेय ने कहा कि प्रदेशभर से जुटे कर्मचारियों ने आज धरना दिया है, जल्द ही अनिश्चितकालीन हड़ताल करेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार बरसों पुरानी मांग पर अनदेखी कर रही है। नौकरशाही हावी, मजदूर विरोधी नीति और श्रम अधिकारों का हनन कर रही है। कोर्ट के कई आदेशों का उल्लंघन कर रही है।

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वहीं उन्होंने कहा कि सरकार के साथ विपक्ष भी गहरी नींद में सो रहा है। अस्थाई, दैनिक वेतन भोगी, अनियमित वर्ग के लाखों कर्मचारी की मांग पर सुनवाई नहीं हुई। एक सप्ताह में हमारी मांगों को लेकर विधानसभा में चर्चा हुई। सरकार 11 सूत्रीय मांगों पर आदेश जारी करे नहीं तो एक सप्ताह बाद न्यायालय में सरकार के खिलाफ एक हजार याचिकाएं होंगी।

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