मंगल, जो ऊर्जा, साहस और निर्णय का प्रतीक है. अब बुध की राशि कन्या में प्रवेश ज्योतिष गणनाओं के आधार पर 26 जुलाई 2025 को शाम 7:02 बजे, मंगल कन्या राशि में प्रवेश करेगा. वहीं, शनि देव पहले से ही मीन राशि में गोचर कर रहे हैं. ऐसे में जब शनि और मंगल आमने-सामने की स्थिति में आते हैं तो इसे समसप्तक योग कहा जाता है.

ज्योतिषीय दृष्टि से यह योग तीव्र ऊर्जा और मानसिक तनाव देने वाला माना गया है. खासकर कुछ राशियों के लिए यह समय थोड़ा सतर्कता से गुजरने का संकेत दे रहा है. इस योग का प्रभाव उन लोगों पर अधिक देखा जा सकता है जो जल्दबाजी में फैसले लेते हैं या आवेग में प्रतिक्रिया करते हैं.
इन राशियों को विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए
मीन राशि
शनि इस राशि में वक्री होकर गोचर कर रहे हैं, और मंगल 7वीं दृष्टि से मीन राशि को देखेगा. इससे वैवाहिक जीवन में खटास या तनाव. मानसिक थकान, नींद की कमी. पेट संबंधी समस्या या पाचन से जुड़ी परेशानी हो सकती है.
कन्या राशि
मंगल इस राशि में प्रवेश करेगा और शनि 7वीं दृष्टि से इसे देखेगा. जिससे संभावित प्रभाव के रूप में दांपत्य जीवन में मतभेद. ऑफिस में टकराव, बहस या बॉस से तनाव. गाड़ी चलाते समय सतर्कता जरूरी है.
कुंभ राशि
यह शनि की मूल त्रिकोण राशि है, और शनि का रेट्रोग्रेड प्रभाव कुंभ जातकों के मनोबल पर असर डाल सकता है. इससे आत्म-संदेह, निर्णय में भ्रम.पारिवारिक जिम्मेदारियों का दबाव. पुराने रोग उभर सकते हैं.
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