पटना. बिहार के सियासत में आज का दिन बेहद अहम रहा है. जहां एक तरफ विधानसभा का मानसून सत्र शुरु हुआ वहीं दूसरी तरफ एनडीए विधायक दल की बैठक में उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा और मंत्री अशोक चौधरी के बीच जमकर बहस हो गई. यह घटनाक्रम सोमवार को हुआ जब ग्रामीण कार्य विभाग के कार्यक्रम में स्थानीय विधायक को आमंत्रित न करने पर विजय सिन्हा ने अशोक चौधरी से नाराजगी जताई.

बताया जा रहा है कि इस मुद्दे को लेकर बैठक के दौरान दोनों नेताओं के बीच तीखी नोकझोंक हुई, जिससे सियासी हलचल और तेज हो गई. सबसे बड़ी बात तो यह कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी बैठक में मौजूद रहे, पूरा मामला देखते रहे, लेकिन किसी को रोका नहीं. जिसको लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने अपने नीतीश सरकार पर तंज कसा है.

जेडीयू ने 1000 करोड़ रुपये वसूलने का लक्ष्य रखा- तेजस्वी

तेजस्वी यादव ने कहा- ”भ्रष्टाचार की बंदरबाँट को लेकर एनडीए के उपमुख्यमंत्री और वरीय मंत्री बैठक में ही एक दूसरे से झगड़ने लगे. जदयू के अधीन ग्रामीण कार्य विभाग में ग्लोबल टेंडरिंग के माध्यम से केवल बड़े ठेकेदारों को ठेका देकर चुनाव पूर्व जेडीयू ने 1000 करोड़ रुपये वसूलने का लक्ष्य रखा है.”

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टेंडर मैनेज कर लूट-खसोट का खेल चल रहा- तेजस्वी यादव

तेजस्वी यादव ने ये भी कहा- ”चुनाव पूर्व ग्रामीण सड़कों का निर्माण भी नहीं होना है लेकिन केवल टेंडर मैनेज कर लूट-खसोट का खेल चल रहा है. भ्रष्टाचार इतना अधिक है कि एनडीए विधायक भी चूँ तक नहीं कर सकते. हर घर का नल का जल तो इससे भी बड़ा भ्रष्टाचार है. उसमें राज्य के खजाने से हज़ारों करोड़ की संस्थागत लूट हुई है.”

मुख्यमंत्री अचेत और खामोश हैं- तेजस्वी यादव

आगे तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए कहा कि ”मुख्यमंत्री अचेत और खामोश है. बाक़ी मंत्रियों को अच्छे से पता है कि सरकार जाने वाली है इसलिए खुलम-खुला लूट मची है. उपमुख्यमंत्री बेचारे विजय सिन्हा जी को कितना बेबस कर दिया है.”

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