रायपुर। जनपद पंचायत तिल्दा क्षेत्र में प्रस्तावित नलवा माइंस परियोजना को लेकर लगातार उठ रही स्थानीय जनभावनाओं, पर्यावरणीय चिंता एवं आजीविका पर संभावित खतरे को ध्यान में रखते हुए, आज जनपद पंचायत तिल्दा के अध्यक्ष माननीय टिकेश्वर मनहरे ने प्रतिनिधिमंडल के साथ पूर्व विधायक देवजी भाई पटेल, जिला पंचायत अध्यक्ष नवीन अग्रवाल, तथा सरपंच संघ अध्यक्ष अभिषेक वर्मा के साथ मिलकर क्रमशः धरसींवा विधायक अनुज शर्मा, रायपुर कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, एवं छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल को ज्ञापन सौंपा.

ज्ञापन में मांग की गई कि नलवा माइंस की प्रस्तावित जनसुनवाई को तत्काल स्थगित किया जाए और इस परियोजना पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया जाए. यह मांग स्थानीय जनता की चिंता, पर्यावरणीय असंतुलन की आशंका तथा ग्रामीण आजीविका पर संभावित प्रतिकूल प्रभावों को ध्यान में रखते हुए की गई है.

ज्ञापन में यह भी स्पष्ट किया गया कि खनन गतिविधियों से क्षेत्र की पारिस्थितिकी, जलस्तर, कृषि, पशुपालन और ग्रामवासियों के वन पर सीधा प्रभाव पड़ेगा, जिसे किसी भी सूरत में नजरअंदाज नहीं किया जा सकता.

टिकेश्वर मनहरे ने कहा कि – “यह पहल जनता के हितों की रक्षा, स्थानीय संसाधनों के संरक्षण एवं ग्राम विकास की प्राथमिकताओं के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का परिचायक है.”

जनपद पंचायत तिल्दा क्षेत्र के सभी जनप्रतिनिधि, सरपंचगण एवं आमजन इस मुद्दे पर एकमत हैं और जब तक क्षेत्र की सुरक्षा और विकास सुनिश्चित नहीं होता, तब तक यह संघर्ष जारी रहेगा.

इस दौरान उमेंद्र देवांगन, दाऊलाल वर्मा, चंद्रकांत डहरिया, योगेंद्र सायतोड़े,उमेश यादव सुखदेव ध्रुव, त्रिभुवन साहू, लीलाधर घृतलहरे, नारद देवांगन, मखसूदन पाल, रामजी वर्मा, दीनदयाल डहरिया, दयाराम साहू, घनश्याम साहू, यशवंत साहू, प्रभात साहू, विजय साहू, ओम अमरनाथ, अनिल साहू, कामदेव साहू, शुक्लू धीवर, येन कुमार यादव, उकेश सायतोड़े, लोमेंद्र बंजारे, अजय टंडन, श्याम लाल महिलांगे, आसकरण साहू, प्रेमदास टंडन, मिथुन यादव, प्रदीप टंडन, नंजय सायतोड़े, मोहन चतुर्वेदी, फंदी जांगड़े, टापलाल सायतोड़े, बिसनाथ मार्कंडेय, श्यामलाल बंजारे, जगमोहन वैष्णव, संतोष वर्मा, बैसाखू वर्मा, गोवर्धन वर्मा, भुनेश्वर विश्वकर्मा, केशो वर्मा, देवसिंग वर्मा, एवं समस्त ग्रामवासी उपस्थित रहे.