मई 2025 ने EPFO के इतिहास में एक ऐसा रिकॉर्ड कायम किया है, जो अब तक कभी नहीं देखा गया था. इस महीने 20.06 लाख नए सदस्य कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) से जुड़े. यह आंकड़ा अप्रैल 2018 में डिजिटल डेटा रिकॉर्डिंग शुरू होने के बाद से अब तक की सबसे बड़ी मासिक वृद्धि है. इससे पहले, अप्रैल 2024 में 18.92 लाख नेट मेंबर जुड़े थे.
इस वृद्धि में खास बात यह है कि न सिर्फ संख्या में इजाफा हुआ है, बल्कि गुणवत्ता और विविधता के लिहाज़ से भी बेहतरीन सुधार देखने को मिला है.
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EPFO May 2025
महिलाओं और युवाओं की भागीदारी सबसे मजबूत (EPFO)
इस बार EPFO से जो नए सदस्य जुड़े हैं, उनमें बड़ी संख्या में युवा और महिलाएं शामिल हैं. मई में कुल 9.42 लाख ऐसे कर्मचारी EPFO से पहली बार जुड़े, जिनमें 2.62 लाख महिलाएं थीं. यह दर्शाता है कि कार्यबल में महिलाओं की भागीदारी लगातार बढ़ रही है.
18 से 25 वर्ष की उम्र के 5.6 लाख युवा नए सदस्य बने, यानी हर 10 में से 6 नए मेंबर युवा हैं. इसका मतलब है कि देश की अर्थव्यवस्था में नई ऊर्जा का संचार हो रहा है.
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16 लाख पुराने सदस्य लौटे – जॉब मार्केट में रिकवरी का संकेत (EPFO)
EPFO के आंकड़े बताते हैं कि मई में 16.11 लाख ऐसे सदस्य दोबारा जुड़े, जो पहले किसी संगठन में कार्यरत थे और फिर EPFO से बाहर हो गए थे. यह स्पष्ट संकेत है कि रोजगार के अवसर लौट रहे हैं और लोग फिर से संगठित क्षेत्र की ओर रुख कर रहे हैं.
सर्विस सेक्टर बना नौकरियों का पावरहाउस (EPFO)
यदि इंडस्ट्री-वाइज ब्रेकडाउन देखें तो सर्विस सेक्टर सबसे आगे है:
- मैनपावर सप्लायर्स: 4.63 लाख नए सदस्य
- एक्सपर्ट सर्विसेज: 1.38 लाख
- सिक्योरिटी, टेक्सटाइल, इंजीनियरिंग, फाइनेंसिंग और कॉन्ट्रैक्टिंग सेक्टर्स: 8.95 लाख
इनमें से 44.61% सदस्य केवल एक्सपर्ट सर्विसेज से जुड़े, जिनमें अकेले मैनपावर सप्लायर्स की हिस्सेदारी 51.71% रही. यानी सपोर्ट सर्विस इंडस्ट्री रोज़गार की रीढ़ बनकर उभर रही है.
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राज्यवार स्थिति: महाराष्ट्र ने मारी बाजी (EPFO)
पांच राज्यों ने नए EPFO सदस्यों के लगभग 60% हिस्से पर कब्जा किया:
- महाराष्ट्र: 20.33%
- कर्नाटक, तमिलनाडु, गुजरात और हरियाणा मिलाकर: 39.65%
- इसके अलावा दिल्ली, उत्तर प्रदेश और तेलंगाना ने भी 5% से अधिक योगदान देकर अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई.
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PF निकासी का नया नियम – अब 72 घंटे में ₹5 लाख तक की निकासी संभव
EPFO से जुड़ी एक और महत्वपूर्ण अपडेट मई में सामने आई — अब आप आपातकालीन या चिकित्सकीय ज़रूरतों में अपने PF अकाउंट से ₹5 लाख तक की राशि सिर्फ 72 घंटे में निकाल सकते हैं. पहले यह लिमिट ₹1 लाख थी.
इस निर्णय की घोषणा 24 जून को केंद्रीय मंत्री मंसुख मांडविया ने की थी. प्रस्ताव को EPFO की 113वीं कार्यकारी समिति ने मार्च में पारित किया था.
EPFO में रिकॉर्ड आंकड़े, सिर्फ संख्या नहीं, बड़ी तस्वीर भी
मई 2025 में EPFO की यह ऐतिहासिक प्रगति कई अहम संदेश देती है:
- रोज़गार बाजार में तेज़ रिकवरी हो रही है
- महिलाओं की भागीदारी लगातार बढ़ रही है
- युवाओं का विश्वास संगठित क्षेत्र में लौट रहा है
- और सबसे अहम — देश की अर्थव्यवस्था तेज़ी से पटरी पर लौट रही है
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