CG News:  अब तक आपने फिल्मों में देखा होगा कि किसी भी क्राईम के घंटों बाद पुलिस पहुंचती है. लेकिन छत्तीसगढ़ में एक डॉक्टर के यहां चोरी से पहले ही पुलिस पहुंच गई, डॉक्टर के घर चोरी करने 4-5 युवक चोरी करने पहुंचे थे. लेकिन वे डॉक्टर के घर हाथ साफ कर पाते उससे पहले ही वहां पुलिस धमक गई.

पूरा मामला विश्रामपुर का है. यहां केंद्रीय चिकित्सालय में पदस्थ डॉ. निरंजन कुमार के घर 4-5 चोरों ने घुसने की कोशिश की लेकिन सतर्कता और किस्मत से यह वारदात टल गई. रात करीब 11.30 बजे डॉ. निरंजन कुमार अपने परिवार के साथ भोजन कर आराम कर रहे थे. इसी दौरान टूए कॉलोनी स्थित सी 11 क्वार्टर के पीछे कुछ संदिग्ध हलचल होने लगी. संयोगवश सहायक उप निरीक्षक शशि शेखर तिवारी जो ऊपरी मंजिल पर रहते हैं, ड्यूटी से लौटकर घर आए थे. जब उन्होंने हाथ-पैर धोने के लिए पिछला दरवाजा खोला तो देखा कि चार से पांच युवक दीवार फांदकर डॉक्टर के घर में घुसने का प्रयास कर रहे हैं. इस पर तिवारी ने तत्काल डॉक्टर निरंजन और बिश्रामपुर थाना को सूचना दी. मौके पर पहुंची पेट्रोलिंग पार्टी की आहट सुनकर चोर भाग निकले. भागने के दौरान चोर एल्यूमिनियम खिड़कियां और पैनल मौके पर ही छोड़ दिए, जिन्हें पुलिस ने जब्त कर लिया है.

पुलिस रात में ही संदिग्ध रूप से घूमते एक युवक को पकड़कर पूछताछ कर कर रही है. संदेह है. वह स्थानीय गिरोह से जुड़ा हो सकता है. बिश्रामपुर क्षेत्र में बीते कुछ दिनों में चोरी की कई घटनाएं हुईं हैं. सीएम विष्णुदेव साय के ओएसडी रविकांत मिश्रा के जीएम बंगला के पास स्थित घर में हुई चोरी, डीएवी स्कूल की शिक्षिका नीलम पांडेय के साथ इवनिंग वॉक के दौरान टूए कॉलोनी में चेन स्नेचिंग, बलरामपुर खदान में हुई सशस्त्र डकैती, 31 मई को ग्राम पंचायत केशवनगर में स्वास्थ्य कार्यकर्ता शिखा बछाड़ के घर में नकदी और करीब 6 लाख के जेवरात की चोरी की घटनाओं का आज तक कोई सुराग नहीं लग सका है.