कुंदन कुमार, पटना। जनसुराज प्रमुख प्रशांत किशोर आज बुधवार (23 जुलाई) को अपनी कुछ मांगों को लेकर शेखपुरा हाउस से विधानसभा का घेराव करने के लिए निकले। इस दौरान पुलिस ने बैरिकेडिंग करते हुए उन्हें सरकार पटेल गोलंबर के पास ही रोक दिया। प्रशांत किशोर और पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा बैरिकेडिंग तोड़ कर आगे बढ़ाने की कोशिश की गई।

इस दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज करते हुए प्रशांत किशोर और पार्टी के कार्यकर्ताओं पर लाठियां चलाई, जिसमें कई समर्थकों के सिर फट गए। वहीं, मौके पर अफरा-तफरी का माहौल हो गया।

इनका जीना दुश्वार कर देंगे- प्रशांत

प्रशांत किशोर ने कहा कि, “हम लोग यहीं पर डटे हुए हैं, जब तक सरकार का कोई प्रतिनिधिमंडल हमें आश्वाशन नहीं दे देता, हम जाने वाले नहीं हैं। यह जंग की शुरुआत है। हम इनका जीना दुश्वार कर देंगे। बिहार की जनता बदलाव चाहती है। ये लोग पुलिस के पीछे और सदन में छुप नहीं सकते।

पीके ने कहा कि, “हम नीतीश कुमार को उनके घर में घेर लेंगे. किसी से डरते नहीं हैं. अभी एक लाख आदमी लाकर उनके घर का घेराव करेंगे उनको निकलने नहीं देंगे.” प्रशांत ने यह भी दावा किया कि, उनको राज्यपाल और मुख्यमंत्री से मिलने नहीं दिया जा रहा है और जाने से भी रोका जा रहा है।

मार्च का नेतृत्व कर रहे प्रशांत किशोर ने कहा कि , “इतनी धूप में बिहार के 50 लाख से ज़्यादा बच्चे मज़दूरी कर रहे हैं और सरकार इस पर ध्यान तक नहीं दे रही है। अगर हमें सरकार को जगाना है, तो हमें सड़कों पर उतरना ही होगा।”

बता दें कि जिला प्रशासन की ओर से प्रशांत किशोर के मार्च को विधानसभा भवन जाने की अनुमित नहीं मिली, जिसके बाद वह अपने सभी कार्यकर्ताओं के साथ धरना स्थल गर्दनीबाग जा रहे हैं।

जनुसराज की ये हैं 3 प्रमुख मांगे

  • रोजगार के लिए 2 लाख रुपए की सहायता
  • दलित भूमिहीन परिवार के लिए 3 डिसमिल जमीन
  • भूमि सर्वेक्षण में भ्रष्टाचार पर रोक

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