Indiqube IPO: निवेश की दुनिया में कई बार जो चीज़ दिखती है, वो होती नहीं है और Indiqube Spaces IPO इसका ताज़ा उदाहरण है. जहां एक ओर ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) लगभग 2% पर स्थिर रहा, वहीं दूसरी तरफ इस इश्यू ने निवेशकों का ऐसा भरोसा जीता कि यह 13 गुना से ज़्यादा सब्सक्राइब हो गया.

अब सवाल ये है की क्या इतनी जबरदस्त डिमांड के बावजूद लिस्टिंग गेन मिलेगा या नहीं?

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Indiqube IPO

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GMP गिरा, लेकिन निवेशकों का जोश बरकरार (Indiqube IPO)

18 जुलाई को GMP ₹40 था – यानी लगभग 17% का प्रीमियम. जैसे-जैसे सब्सक्रिप्शन बढ़ा, GMP में गिरावट आती गई.
IPO बंद होते समय GMP सिर्फ ₹5 रह गया यानी कैप प्राइस से सिर्फ 2.1% ऊपर. आमतौर पर इतना कम प्रीमियम फ्लैट या निगेटिव लिस्टिंग का संकेत देता है, लेकिन यहाँ कहानी थोड़ी अलग लगती है.

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सब्सक्रिप्शन डेटा: दिलचस्प पैटर्न (Indiqube IPO)

कैटेगरीसब्सक्रिप्शन (X)
रिटेल निवेशक13.28 गुना
QIB (संस्थागत)15.12 गुना
NII (हाई नेटवर्थ)8.68 गुना
पहले दिन जहां सिर्फ 0.93x रिस्पॉन्स मिला था, वहीं आखिरी दिन अचानक आई तेजी ने सबको चौंका दिया.

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IPO डिटेल्स एक नजर में (Indiqube IPO)

  • प्राइस बैंड: ₹225 – ₹237
  • इश्यू साइज: ₹700 करोड़
  • फ्रेश इश्यू: ₹650 करोड़
  • OFS: ₹50 करोड़
  • ओपनिंग डेट: 23 जुलाई
  • क्लोजिंग डेट: 25 जुलाई
  • शेयर अलॉटमेंट: 28 जुलाई
  • लिस्टिंग डेट: 30 जुलाई (BSE, NSE)

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IndiQube क्या करती है? (Indiqube IPO)

IndiQube एक टेक-ड्रिवन वर्कप्लेस सॉल्यूशन प्रोवाइडर है, जो स्टार्टअप्स और कॉर्पोरेट्स के लिए प्लग-एंड-प्ले ऑफिस स्पेस प्रदान करती है.

कंपनी का नेटवर्क:

  • 15 शहरों में 115 सेंटर्स
  • जिनमें से 105 ऑपरेशनल हैं और 10 निर्माणाधीन
  • 25% से अधिक प्रॉपर्टीज रिनोवेटेड बिल्डिंग्स में स्थित हैं.

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IPO फंड का इस्तेमाल कैसे होगा? (Indiqube IPO)

  • ₹462.65 करोड़ – नए सेंटर्स की स्थापना
  • ₹93.04 करोड़ – कर्ज की अदायगी
  • शेष राशि – कॉर्पोरेट जरूरतों के लिए

अब असली सवाल: लिस्टिंग गेन मिलेगा या नहीं? (Indiqube IPO)

अगर GMP को मानें:

  • 2% प्रीमियम = फ्लैट से मामूली गेन

लेकिन अगर सब्सक्रिप्शन को देखें:

  • हाई QIB और रिटेल डिमांड
  • डिवर्सिफाइड यूसेज ऑफ फंड
  • सेक्टर में ग्रोथ पोटेंशियल

इसलिए, Indiqube IPO लिस्टिंग पर चौंका सकता है — भले ही GMP कुछ और कहे.

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