Bihar Election 2025: बिहार समेत देशभर में मतदाता सूचियों की शुद्धता को लेकर चल रही बहस के बीच केंद्रीय मंत्री और जदयू नेता ललन सिंह ने चुनाव आयोग द्वारा शुरू किए गए विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) अभियान का जोरदार समर्थन किया है। उनका कहना है कि इस प्रक्रिया का उद्देश्य मतदाता सूची को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाना है, जिससे लोकतंत्र की जड़ें और मजबूत होंगी।
‘निष्पक्ष चुनाव कराना उद्देश्य’
पत्रकारों से बातचीत में ललन सिंह ने कहा कि, “क्या फर्ज़ी मतदाताओं के साथ चुनाव होना चाहिए? चुनाव आयोग का फैसला बिल्कुल सही है। जो लोग इस देश के नागरिक नहीं हैं, या दो जगहों पर वोटर के रूप में दर्ज हैं, या जो स्थायी रूप से विदेश में बस चुके हैं, उनके नाम मतदाता सूची से हटाए जाने चाहिए।” उन्होंने जोर देते हुए कहा कि, यह प्रक्रिया पूरी तरह संवैधानिक है और इसका उद्देश्य किसी को वोट देने के अधिकार से वंचित करना नहीं, बल्कि चुनाव को निष्पक्ष बनाना है।
विपक्ष के घबराहट पर उठाया सवाल
जेडीयू नेता ने विपक्ष की आपत्तियों पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि, अगर कुछ राजनीतिक दल इस कदम का विरोध कर रहे हैं, तो यह डर का संकेत है। “देश के नागरिक इस प्रक्रिया का समर्थन कर रहे हैं, फिर आप (विपक्ष) क्यों घबरा रहे हैं?”।
‘विपक्ष को चुनाव हारने का अंदेशा’
वहीं केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने भी ललन सिंह के सुर में सुर मिलाते हुए कहा कि, जब विपक्ष को चुनाव हारने का अंदेशा होता है, तभी वे चुनाव आयोग और ईवीएम पर सवाल उठाने लगते हैं। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र जैसे राज्यों के चुनाव के दौरान भी ऐसे ही आरोप सामने आए थे और अब कांग्रेस पार्टी फिर उसी राह पर चल रही है।
चुनाव आयोग की इस पहल को लेकर जहां सत्तापक्ष इसे लोकतंत्र की रक्षा के लिए ज़रूरी कदम बता रहा है, वहीं विपक्ष इसे मतदाताओं को डराने और सूची से नाम काटने की साजिश बता रहा है। पिछले दिनों नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने तो चुनाव बहिष्कार करने की बात तक कह डाली थी।
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