खडूर साहिब. खालिस्तान समर्थक और खडूर साहिब से सांसद अमृतपाल सिंह जल्द ही राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) के तहत अपने खिलाफ लगाए गए आरोपों को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने की तैयारी कर रहे हैं।

उनके वकील इमान सिंह खारा ने बताया कि उन्होंने डिब्रूगढ़ जेल में अमृतपाल से मुलाकात की और सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करने के लिए आवश्यक दस्तावेज और अन्य औपचारिकताएं पूरी कर ली हैं। अमृतपाल सिंह पर तीसरी बार एनएसए लगाया गया है, जबकि उनके नौ साथियों पर से इस कानून को हटा लिया गया है। केवल अमृतपाल पर ही एनएसए को एक साल के लिए और बढ़ा दिया गया है।


अमृतपाल सिंह 2022 में विदेश से भारत लौटे थे और उन्होंने ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन के लिए काम शुरू किया। संगठन का नेतृत्व संभालने के साथ ही उनके देश विरोधी बयानों के कारण वह सुर्खियों में आ गए। फरवरी 2023 में अपने एक साथी को थाने से छुड़ाने के लिए अमृतपाल सिंह 400 से अधिक समर्थकों और गुरु ग्रंथ साहिब के साथ अमृतसर के अजनाला थाने पहुंचे और थाने पर कब्जा कर लिया। इसके बाद पुलिस ने उनके खिलाफ एनएसए के तहत मामला दर्ज किया और 23 अप्रैल 2023 को उन्हें गिरफ्तार कर असम की डिब्रूगढ़ जेल भेज दिया गया।


जेल में रहते हुए अमृतपाल सिंह ने खडूर साहिब लोकसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा और लगभग 1 लाख 97 हजार वोटों के अंतर से जीत हासिल की। अब वह अपने खिलाफ लगाए गए एनएसए को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने की तैयारी कर रहे हैं, जिसके लिए उनके वकील ने कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी है।