आशुतोष तिवारी, जगदलपुर. बस्तर एक बार फिर से अलग-थलग महसूस कर रहा है। जहां हवाई सेवा पहले ही बंद हो चुकी है, अब 2 जुलाई से यात्री ट्रेनों का संचालन भी पूरी तरह ठप है। 24 दिनों से यात्री ट्रेनें बंद है। ऐसे में राजधानी रायपुर या अन्य शहरों से संपर्क साधना आम लोगों के लिए चुनौती बन गया है। सड़क मार्ग न केवल महंगा है, बल्कि लगातार हो रहे हादसे लोगों को डरा भी रहे हैं। बस्तर में यात्री ट्रेनों का संचालन बंद होने पर कांग्रेसी आज सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया।

जिला अध्यक्ष सुशील मौर्य के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जगदलपुर रेलवे स्टेशन पहुंचकर स्टेशन मास्टर कार्यालय का घेराव किया। साथ ही रेलवे के डीआरएम के नाम ज्ञापन सौंपते हुए जल्द यात्री ट्रेनों का संचालन शुरू करने की मांग की। कांग्रेस का आरोप है कि 2 जुलाई से यात्री ट्रेनें बंद है, लेकिन उसी ट्रैक पर मालगाड़ियां लगातार दौड़ रही है। इससे साफ है कि रेलवे बस्तर के लोगों की आवाजाही को नजरअंदाज कर रहा है। जिला अध्यक्ष सुशील मौर्य ने चेतावनी दी कि यदि जल्द ट्रेनों का संचालन बहाल नहीं किया गया तो कांग्रेस पार्टी मालगाड़ियों को रोककर रेल रोको आंदोलन शुरू करेगी।

भूस्खलन से क्षतिग्रस्त ट्रैक का मरम्मत किया जा रहा है

स्टेशन मास्टर हरेंद्र प्रसाद का कहना है कि लगातार बारिश और भूस्खलन की वजह से ट्रैक क्षतिग्रस्त हो गया है। ऐसे में यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए मरम्मत का काम पूरा होने तक ट्रेनें शुरू करना संभव नहीं है। जैसे ही सुधार कार्य पूरा होगा यात्री ट्रेनें फिर से शुरू कर दी जाएगी।