सत्यपाल सिंह राजपूत, रायपुर। नवा रायपुर स्थित मंत्रालय के अधिकारियों-कर्मचारियों को RFID, QR कोड, और होलोग्राम युक्त आईडी कार्ड जारी किया जाएगा, जिसके फीते का रंग अलग-अलग होगा। इस संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग ने आदेश जारी किया है। वहीं आईडी कार्ड के फीते का रंग अलग-अलग होने का कर्मचारियों ने विरोध किया है। कर्मचारी संगठनों ने चेतावनी दी है कि हमें फीते का रंगत नहीं चाहिए। सभी के फीते का रंग एक जैसा होना चाहिए. आदेश नहीं बदला गया तो सामूहिक हड़ताल करेंगे।
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फीता बताएगा, कौन कितना बड़ा अफसर
पे-मेट्रिक्स लेवल के आधार पर परिचय पत्र के फीते का रंग तय किया जाएगा। मंत्रालय में पदस्थ शासकीय सेवकों के कार्ड का फीता पीले रंग का होगा। मंत्रालय से अन्यत्र पदस्थ शासकीय सेवकों के कार्ड का फीता नीला कलर का होगा। गैर शासकीय सेवकों के कार्ड के फीते का रंग सफेद होगा। खास बात ये कि शासकीय सेवकों के फीते पर छत्तीसगढ़ शासन का लोगो और सामान्य प्रशासन विभाग का नाम रहेगा, लेकिन गैर-शासकीय वाले के फीते पर न लोगो, न नाम, बस एक सादा सफेद फीता रहेगा।

अधिकारी कर्मचारी संघ के अध्यक्ष कमल वर्मा ने कहा कि हम आईडी कार्ड का विरोध नहीं कर रहे हैं। हम आईडी कार्ड में लगने वाले फीते का विरोध कर रहे हैं। इससे सरकारी कर्मचारियों के बीच भेदभाव पैदा होगा। सभी का एक जैसे रंग का फ़ीता रखने की माँग कर रहे हैं।
संचालनालय कर्मचारी संघ के अध्यक्ष जय कुमार साहू ने सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से जारी आदेश का विरोध करते हुए कहा, फीते का तय रंग अधिकारियों-कर्मचारियों को बांट देगा। उनके बीच भेदभाव पैदा होगा। इससे लोगों के मन में विभिन्न तरह के विचार पैदा होंगे इसलिए इस आदेश का विरोध जरूरी है।
मंत्रालयीन कर्मचारी संघ के अध्यक्ष महेंद्र सिंह राजपूत ने कहा, मंत्रालय में लगभग लिफ़्ट का बँटवारा हो चुका है। कैंटीनों में भी बँटवारे टैग लग चुका है। अब कर्मचारियों के गले में रंग-बिरंगे पट्टे लगाकर कर्मचारियों में भी भेदभाव पैदा किया जा रहा है। सोचिए दूर से अगर गले टंगे फीता देखकर उनके पद से बुलाने लग जाए जैसे अरे चपरासी, कैटेगरी वाइस आवाज देने लगे तो कितना बुरा लगेगा। फ़ीते का कलर सभी का एक जैसे होने चाहिए, अगर नहीं किया गया तो चरणबद्ध तरीके से आंदोलन करेंगे।
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