अमित पांडेय, खैरागढ़। खैरागढ़ के इतवारी बाजार में शनिवार को आई बाढ़ के दौरान तेज बहाव में बहकर लापता हुए युवक अमित यादव का शव 24 घंटे बाद रविवार शाम नाले के अंतिम छोर पर कचरे के ढेर में फंसा हुआ मिला। बताया जा रहा है कि वह अपने दोस्तों के साथ शीतला मंदिर की छत से बाढ़ के पानी में नहाने के लिए छलांग लगा रहा था, इसी दौरान तेज धार में बह गया।

शनिवार देर रात तक पुलिस उसकी तलाश में जुटी रही, लेकिन सफलता नहीं मिली। रविवार सुबह से एसडीआरएफ की टीम गोताखोरों के साथ सर्च ऑपरेशन में लगी रही, लेकिन दिन भर की मशक्कत के बावजूद अमित का कोई सुराग नहीं मिला। अंततः शाम करीब 6 बजे खैरागढ़ पुलिस और मुर्गा मार्केट क्षेत्र के कुछ स्थानीय युवकों ने जब नाले के अंतिम छोर की तलाशी ली, तो वहां कचरे के ढेर के नीचे फंसा हुआ अमित का शव मिला। उसे बाहर निकालते ही परिजनों में कोहराम मच गया।

मृतक अमित यादव अंबेडकर वार्ड का निवासी था। कुछ महीने पहले उसके पिता का निधन हो गया था। वह पास की मुर्गा दुकान में काम करता था और अपनी मां व तीन बहनों का भरण-पोषण कर रहा था। घर का इकलौता कमाने वाला सदस्य होने के कारण उसका असमय जाना पूरे परिवार के लिए भारी त्रासदी बन गया है।शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और पुलिस द्वारा आवश्यक कानूनी प्रक्रिया की जा रही है।

यह हादसा न सिर्फ एक जान जाने की घटना है, बल्कि यह इस ओर भी इशारा करता है कि हर साल आने वाली बाढ़ और खुले नालों के खतरों को लेकर जागरूकता और प्रशासनिक सतर्कता खैरागढ़ में अभी भी नाकाफी है।