कुंदन कुमार, पटना। Bhai Virendra Viral Audio: राजद (RJD) विधायक भाई वीरेंद्र और एक पंचायत सचिव के बीच हुई तीखी बहस का एक ऑडियो क्लिप इन समय सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। बातचीत में विधायक जी की गरजती आवाज़ और सचिव की ठंडी मगर तगड़ी प्रतिक्रिया को सुन लोग खूब मजे ले रहे हैं। वायरल ऑडियो में राजद विधायक अपनी पहचान ना पहचाने जाने पर इस कदर भड़कते हैं कि बात जूता से मारने की धमकी तक पहुंच जाती है, लेकिन पंचायत सचिव ने भी पलटवार कर उनकी सिट्टी-पिट्टी गुम कर दी।
क्या है वायरल ऑडियो में?
विधायक-हेलो भाई वीरेंद्र बोल रहे हैं..
सचिव- हां बोलिये
भाई वीरेंद्र-बोलिये!! कौन बोल रहा है रे..
सचिव- किनसे बात करना है..
भाई वीरेंद्र-पंचायत सचिव से मैं बात करना चाह रहा हूं ..
सचिव-हां पंचायत सचिव बोल रहे, बोलिये..
भाई वीरेंद्र– तुम भाई वीरेंद्र को नहीं पहचानता है और तु कहेगा कि बोलिए..
सचिव-अपना परिचय दिजियेगा तब ना..
विधायक- भाई वीरेंद्र का परिचय देना पड़ता है? भाई वीरेंद्र मेरा नाम है. तुम नहीं जानता है कि भाई वीरेंद्र तुम्हारा कौन है तुम्हारा? भाई वीरेंद्र मनेर का कौन है, नहीं जानते हो तुम?
सचिव- जानकारी रहता तो ऐसे थोड़े ना बतियाते..
भाई वीरेंद्र— इंग्लैंड का है क्या तुम, टेढ़िया है तू, मनेर का विधायक को नहीं जानता है तुम..
सचिव- हां विधायक जी बोलिये..
भाई वीरेंद्र— हां विधायक जी बोलिएss? जूता से मारेंगे खींच कर, तुम रिकॉर्ड करो चाहे, कुछ करो.. तुम प्रोटोकॉल का ख्याल नहीं रखेगा रे.. पूरा हिंदुस्तान जानता है हमको और तुम कह रहा है कि भाई वीरेंदर कौन है, नहीं जानते हैं.. बोलता काहे नहीं है..
सचिव- बोलिए क्या बात है.. हां, हमको प्रणाम करना चाहिए था, प्रणाम विधायक जी! बोलिए..
भाई वीरेंद्र— रिंकी देवी के पति अविनाश कुमार का मृत्यु प्रमाण पत्र बनाना है, उसको बनवाए!! कब का आवेदन गया है.. टेढ़ई से काम मत करो.. कर्मचारी हो, कर्मचारी की तरह काम करो..
सचिव- आप प्रेम से बात कीजिएगा तो हम प्रेम से बतियाएंगे.. आपको जो करना है करिए, आपसे डर नहीं है हमको.. सीधा बात कीजिएगा तो सीधा बात करेंगे.. टेढ़ा बात कीजिएगा तो टेढ़ा बात करेंगे.. आपसे डरने वाला नहीं है यहां कोई..
भाई वीरेंद्र की तो सिट्टी पिट्टी गुम हो गई.. बोले- तुम इस तरह का भाषा बोलेगा रे हमको..
सचिव- आपको भी तो प्रेम से बात करना चाहिए, आप जनप्रतिनिधि हैं तो प्रेम से अपना काम का बात करना चाहिए..
वीरेंद्र— तुम हमको पहचाने कैसे नहीं, तुम ऐसा कैसे बोल सकता है कि कौन भाई वीरेंद्र? तू नहीं जानता है विधायक जी का नाम?
सचिव- हम नहीं जानते थे कि यहां का विधायक कौन है?
विधायक- तुमको नौकरी करने का भी अधिकार नहीं है, जब तुम अपने क्षेत्र के विधायक को नहीं जानते हो..
सचिव- जाकर लिखित दे दीजिए और ट्रांसफर करवा दीजिए मेरा..
भाई वीरेंद्र— ट्रांसफर नहीं, अब दूसरा बात हो जाएगा.. ट्रांसफर तो बहुत छोटी चीज है.. कहां का है तू?
सचिव- इस तरह का धमकी मत दीजिए, आप काम का बात कीजिए हमसे.. आपका काम प्रोसेस में गया हुआ है.. जब काम होगा तो पता चल जाएगा..
भाई वीरेंद्र—कहा का है रे तू
.. और इस तरह विधायक भाई वीरेंद्र की सारी हेकड़ी पंचायत सचिव ने निकाल दी..
सचिव ने सादगी से उतारी विधायक की हेकड़ी
इस पूरे घटनाक्रम में जहां एक ओर विधायक भाई वीरेंद्र अपनी पहचान को लेकर बौखलाए नजर आए, वहीं पंचायत सचिव ने शालीनता और सधे हुए शब्दों में उन्हें बराबर की टक्कर दी। यह वाकया आम जनता और अफसरों के बीच संवाद की मर्यादा और सत्ता के अहंकार पर एक दिलचस्प तंज बन गया है।
सोशल मीडिया पर ट्रोल हो रहे विधायक
मामले का ऑडियो क्लिप वायरल होने के बाद विधायक भाई वीरेंद्र जमकर ट्रोल हो रहे हैं. एक यूजर ने लिखा, विधायक जी के साथ वेलकम के घुंघरू सेठ और मजनू भाई वाला किस्सा हो गया।
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