प्रमोद कुमार, कैमूर। बिहार विधानसभा चुनाव को देखते हुए बीजेपी ने हर जिले में विधानसभा कार्यशाला का आयोजन करवा रही है। ऐसे में कैमूर में भी कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है, जिसे लेकर सोमवार को मोहनिया विधानसभा में विधानसभा कार्यशाला का आयोजन किया गया था, जिसमें मोहनिया की विधायक एवं मंत्री संतोष सिंह और सैकड़ो के तादाद में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने भाग लिया था।

बीजेपी कार्यक्रम प्रभारी पर FIR दर्ज

यह कार्यक्रम जिला परिषद के मोहनिया स्थित जगजीवन भवन में किया गया था, जो जिला परिषद कैमूर के अंतर्गत आता है और इस भवन का एक दिन का किराया 56000 रुपए है। लेकिन बीजेपी के लोगों ने बिना अनुमति के इस भवन में कार्यक्रम को आयोजित करवाया और जिला परिषद नाजीर से बिना रसीद कटवाए और पैसे जमा किए कार्यक्रम कर नौ दो ग्यारह हो गए और साथ में दरवाजे को तोड़ते हुए सफाई कर्मियों के साथ मारपीट करने का भी आरोप लगा है। इसे लेकर मोहनिया थाने में जिला परिषद नाजीर के द्वारा लिखित में बीजेपी के कार्यक्रम प्रभारी पर थाने में एफआईआर दर्ज कराया गया है।

जिला परिषद अध्यक्ष का बयान

वही इस पूरे मामले पर जिला परिषद अध्यक्ष रिंकी सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि, इन लोगों ने बिना अनुमति के जिला परिषद भवन में कार्यक्रम कराया और पैसे भी नहीं दिए। जिला परिषद भवन का एक दिन का चार्ज 56000 है, जिसकी राशि जिला परिषद के कोष में जमा होती है।

उन्होंने बताया कि, ना ही नाजीर के द्वारा रसीद काटी गई और ना ही अनुमति ली गई। जबरदस्ती इन लोगों ने कार्यक्रम को करवाया मेरे सफाई कर्मियों के साथ मारपीट भी किया साथ में जिला परिषद भवन के जो संपत्ति को नुकसान पहुंचा वह अलग है। गेट तोड़े और उनके विधायक के द्वारा यह भी कहा गया कि हम लोग पैसा नहीं देंगे जो करना है कर लो।

विधायक संगीता कुमारी और कार्यकर्ताओं पर आरोप

वही इस पूरे मामले पर मोहनिया की जिला परिषद सदस्य गीता पासी ने विधायक संगीता कुमारी पर और बीजेपी के कार्यकर्ताओं पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह लोग मनमानी ढंग से तोड़फोड़ करते हुए मारपीट करते हुए अंदर घुसे और कार्यक्रम को करवाया, जबकि जिला परिषद ने इस भवन को अपने मत से बनवाया है और समिति में 56000 किराया की राशि को पास कराया है, जो भी इस भवन में कार्यक्रम करेगा उसे जिला परिषद कार्यालय को ₹56000 राशि देना होगा। लेकिन इन लोगों की यह गुंडागर्दी है। इन लोगों ने जबरदस्ती यह कार्यक्रम करवाया और विधायक का कहना है कि, जिला परिषद भवन मेरे विधानसभा में ही आता है, तो हम पैसा नहीं देंगे जो करना है, वह आप लोग कर लीजिए।

बीजेपी प्रभारी ने कही ये बात

वही इस मामले पर बीजेपी प्रभारी दुर्गेश चौबे ने बताया कि, जिला परिषद अध्यक्ष राजनीति कर रही हैं। हम लोगों ने किसी के साथ मारपीट नहीं किया है। वही बार-बार सवाल पूछे जाने पर प्रभारी कहीं ना कहीं महत्वपूर्ण सवाल पर जवाब देने से बच रहे है। हालांकि बीजेपी के तरफ से अभी तक एक रुपया भी किराया नहीं दिया गया है। अब देखने वाली बात ही होगी कि कैमूर जिला प्रशासन क्या कार्रवाई करता है? लेकिन जिला परिषद के बिना अनुमति के कार्यक्रम को करना कहीं ना कहीं बीजेपी के लोगों पर सवाल खड़ा करता है।

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