रायपुर। एक लंबे समय तक केवल प्राकृतिक संसाधनों और खनिज संपदा के लिए पहचाना जाने वाला छत्तीसगढ़ अब देश के तकनीकी मानचित्र पर अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज करा रहा है। इसका केंद्र बन रहा है नवा रायपुर, जिसे स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित किया जा रहा है। राज्य के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में नवा रायपुर को एक आधुनिक आईटी हब के रूप में आकार दिया जा रहा है, जिससे राज्य को नई आशाओं से भर दिया गया है। इस विकास से छत्तीसगढ़ के युवाओं को रोजगार के नए अवसर प्राप्त हो रहे हैं और डिजिटल इंडिया के सपनों को जमीन पर उतारा जा रहा है। नवा रायपुर के सेक्टर-22 में 13.5 एकड़ के विशाल क्षेत्र में बनने वाले इस अत्याधुनिक डेटा सेंटर पार्क का भूमिपूजन मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने हाल ही में किया है। इस प्रोजेक्ट में लगभग एक हज़ार करोड़ रुपये का निवेश होगा। टेक्नोलॉजी कंपनी ESDS Software Solution Ltd ने यहां 600 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश का प्रस्ताव रखा है।


छत्तीसगढ़ की प्रशासनिक राजधानी के रूप में विकसित नवा रायपुर, अटल नगर की योजना ही एक स्मार्ट और हरित शहर के रूप में बनाई गई थी। छत्तिसगढ़ की साय सरकार आज बड़ी कुशलता से उस योजना को साकार कर रही है। नवा रायपुर में बहुत तेज़ी से आधुनिक शहरी सुविधाएं, चौड़ी सड़कें, हरित क्षेत्र, डिजिटलीकृत अधोसंरचना और आईटी आधारित प्रशासनिक व्यवस्थाएं तैयार की जा रही है। वर्तमान में,मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में इस शहर को एक अंतरराष्ट्रीय स्तर के आईटी हब में रूपांतरित करने की योजना तेज़ी से अमल में लाई जा रही है। यह विकास केवल भवन निर्माण या कार्यालयों तक सीमित नहीं है, बल्कि युवाओं के कौशल विकास, स्टार्टअप्स, डेटा सेंटर और नवाचार को बढ़ावा देने का भी हिस्सा है।

नवा रायपुर को एक आईटी हब के रूप में स्थापित करना मुख्यमंत्री का एक क्रांतिकारी कदम
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने राज्य के विकास की दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं, जिनमें से सबसे क्रांतिकारी कदम नवा रायपुर को एक आईटी हब के रूप में स्थापित करना है। उनके शानदार नेतृत्व और दिशा निर्देश में राज्य की आईटी नीति 2024 को मूर्त रूप दिया जा रहा है। नवा रायपुर में आईटी पार्क और सॉफ्टवेयर कंपनियों और स्टार्टअप्स के लिए विशेष ज़ोन विकसित किए जा रहे हैं। डिजिटल गवर्नेंस और ई-ऑफिस व्यवस्था को प्रोत्साहित किया जा रहा है। कौशल उन्नयन मिशन के माध्यम से युवाओं को आईटी क्षेत्र में प्रशिक्षित किया जा रहा है। राज्य के मुखिया की प्राथमिकता रही है कि आईटी के माध्यम से ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में समान रूप से समावेशी विकास हो।

आईटी कंपनियों की स्थापना और निवेश आकर्षण का केंद्र बन रहा नवा रायपुर
नवा रायपुर में कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय आईटी कंपनियों ने अपने निवेश की घोषणा भी कर दी है। नवा रायपुर में बड़े निवेशको के आकर्षित होने के बहुत से कारण हैं जैसे बेहतर कनेक्टिविटी। नवा रायपुर एयरपोर्ट से केवल 15 किमी की दूरी पर है। यहां की उपलब्ध आधुनिक अधोसंरचना निवेशकों को प्रभावित करती है। सरकार द्वारा दी जा रही भूमि सब्सिडी, टैक्स रियायतें, और सिंगल विंडो क्लियरेंस भी निवेशको को लुभाने वाला एक बड़ा कारण है। इसके अलावा भारत में तेजी से बढ़ते डाटा सुरक्षा क्षेत्र को ध्यान में रखकर तैयार की गई डाटा सेंटर नीति भी निवेशकों का ध्यान अपनी ओर खिंच रहे हैं। टीसीएस, इनफोसिस, हैकथन सॉल्यूशन्स, और आईबीएम जैसे बड़े ब्रांड नवा रायपुर की संभावनाओं पर विचार कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ इंफोटेक प्रमोशन सोसाइटी (CHiPS) और नवा रायपुर अटल नगर विकास प्राधिकरण (NRANVP) के प्रयासों से भी निवेशकों के लिए अनुकूल वातावरण बन रहा है।

डेटा सेंटर और क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर
नवा रायपुर में हाई-कैपेसिटी डेटा सेंटर की स्थापना का कार्य भी प्रगति पर है। इसमें 24×7 बिजली और फाइबर कनेक्टिविटी, हरित ऊर्जा से संचालित डेटा सर्वर, और राज्य सरकार का ई-गवर्नेंस बैकबोन नवा रायपुर से ही संचालित होगा। क्लाउड-आधारित स्टोरेज और बैकअप सुविधा से सरकारी सेवाएं और नागरिकों के डेटा सुरक्षित रहेंगे।
स्टार्टअप संस्कृति को बढ़ावा देगा नवा रायपुर
विष्णुदेव साय सरकार का एक और उल्लेखनीय पहल है छत्तीसगढ़ स्टार्टअप मिशन, जो नवा रायपुर में स्टार्टअप्स को, को-वर्किंग स्पेस,सीड फंडिंग, मेंटोरशिप और मार्केट एक्सेस प्रदान कर रहा है।नवा रायपुर के “इनोवेशन टावर” में कई युवा उद्यमी अपने आईटी प्रोडक्ट्स, ऐप्स और सेवाओं को विकसित कर रहे हैं, जिनमें शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि और लॉजिस्टिक्स जैसे क्षेत्रों को डिजिटल रूप दिया जा रहा है।
कौशल विकास और रोजगार के अवसर देगा डिजिटल नवा रायपुर
सरकार द्वारा आईटी सेक्टर में दक्षता लाने के लिए “स्किल फॉर फ्यूचर” कार्यक्रम शुरू किया गया है। इसमें युवाओं को पायथन, क्लाउड कंप्यूटिंग, साइबर सिक्योरिटी, और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे कोर्स कराए जा रहे हैं। रायपुर और नवा रायपुर में टेक्निकल ट्रेनिंग सेंटर खोले गए हैं। नवा रायपुर के आईटी पार्क में काम कर रही कंपनियां इन्हीं प्रशिक्षित युवाओं को प्राथमिकता से नौकरी दे रही हैं।इसका असर यह हुआ है कि अब छत्तीसगढ़ में स्थानीय स्तर पर आईटी जॉब्स तेजी से बढ़ रही हैं और युवाओं को बाहर पलायन नहीं करना पड़ रहा।
डिजिटल गवर्नेंस और नागरिक सेवाएं
नवा रायपुर में सरकार ने डिजिटल प्रशासन की आधारशिला रखी है। इसमें ई-डिस्ट्रिक्ट पोर्टल से 150+ सेवाएं ऑनलाइन उपलब्ध हैं। बायोमेट्रिक आधारित वर्कफ़्लो मैनेजमेंट सिस्टम है। सभी विभागों में ई-फाइलिंग प्रणाली लागू कर दी गई है। डिजिटल पेमेंट और ऑनलाइन टैक्स/फीस कलेक्शन को प्रोत्साहन दिया जा रहा है। डिजिटल गवर्नेंस नागरिकों को पारदर्शी, तेज़ और भ्रष्टाचार-मुक्त सेवाएं उपलब्ध करा रहा है।
स्मार्ट सिटी इंफ्रास्ट्रक्चर का आईटी सहयोग
स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित हो रहे नवा रायपुर में बहुत सी आईटी आधारित अधोसंरचनाओं को शामिल किया गया है जैसे-इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर (ICCC),स्मार्ट स्ट्रीट लाइटिंग और ट्रैफिक मैनेजमेंट,आईओटी आधारित कचरा प्रबंधन और पब्लिक वाई-फाई जोन। इन सभी व्यवस्थाओं के संचालन में स्थानीय आईटी इंजीनियरों और कंपनियों की बड़ी भूमिका है, जिससे स्थानीय प्रतिभा को आगे बढ़ने का अवसर मिल रहा है।
हरित और टिकाऊ आईटी हब की दिशा में पहल
विष्णुदेव साय सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि आईटी हब का विकास पर्यावरण संतुलन के साथ होना चाइए इसके लिए सभी आईटी भवनों को ग्रीन बिल्डिंग सर्टिफिकेशन से लैस कराया जा रहा है। आईटी पार्क की विद्युत आपूर्ति सौर ऊर्जा से कराई जा रही है। प्लास्टिक फ्री ऑफिस नीति अपनाई जा रही है और कार्बन फुटप्रिंट निगरानी के लिए सेंसर आधारित तकनीक का प्रयोग किया जा रहा है।
भविष्य की योजनाएं
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की दूरदर्शी सोच के तहत भविष्य में “डिजिटल छत्तीसगढ़ की नई राजधानी और आईटी हब बनते नवा रायपुर के लिए और भी बहुत सी योजनाएं प्रस्तावित हैं। जैसे-नवा रायपुर ग्लोबल टेक्नोलॉजी एक्सपो का आयोजन, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) और ब्लॉकचेन पर आधारित अनुसंधान केंद्र, विश्व स्तरीय यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशन और नवा रायपुर डिजिटल फाइनेंशियल हब। इन योजनाओं से यह स्पष्ट है कि सरकार केवल वर्तमान पर नहीं, बल्कि भविष्य के डिजिटल युग की आवश्यकताओं पर भी केंद्रित है।
नवा रायपुर आज केवल छत्तीसगढ़ का नहीं, बल्कि पूरे भारत का एक उभरता हुआ तकनीकी केंद्र बनता जा रहा है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की नीतियों, नेतृत्व और दूरदृष्टि ने इसे एक नए युग में प्रवेश करने के लिए तैयार कर दिया है। साय सरकार के इस पहल से न केवल राज्य की अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा, बल्कि छत्तीसगढ़ को देश के प्रमुख तकनीकी राज्यों में स्थान भी मिलेगा। आईटी हब के रूप में विकसित हो रहे नवा रायपुर, सिर्फ एक विकास की कहानी नहीं, बल्कि आत्मनिर्भर और डिजिटल भारत की दिशा में एक दृढ़ कदम है।
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