कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। इतिहास के गलियारों में प्रेम कहानी और उसके किस्से तो बहुत से दर्ज हैं। मुगल बादशाह शाहजहां ने अपनी बेगम के प्रेम को अमर करने के लिए ताजमहल बनवा दिया था। इसी तरह ग्वालियर में एक नाग नागिन के प्रेम की ऐसी अमर कहानी है जो अब अमर प्रेम मंदिर के नाम से अंचल के साथ ही पूरे प्रदेश में मशहूर है।

नाग देवता-सती नागिन माता का मंदिर
दरअसल, ग्वालियर के ट्रांसपोर्ट नगर में एक अनोखा मंदिर है। यह मंदिर नाग देवता-सती नागिन माता का है। अमर प्रेम मंदिर के नाम से यह मंदिर जाना जाता है, जो इनके प्रेम का जीवित सबूत हैं। नाग पंचमी पर यहां विशेष पूजा अर्चना होती है। इस खास दिन पर हजारों श्रद्धालु पूजा करने यहां आते हैं। भक्तों की आस्था भी इतनी गहरी है, जितना नाग देवता और सती नागिन माता का प्रेम है। यही वजह है कि प्रेमी जोड़े भी यहां मन्नत मांगने आते हैं। थोड़ा इतिहास के पन्नो को पलटते हैं तो इनके अमर प्रेम की कहानी आपको भी समझ आएगी।

जब नाग की मौत पर नागिन ने रोक दिया था ट्रैफिक
ये कहानी 01 जनवरी 2015 की है, जब रात के समय ट्रांसपोर्ट नगर के गेट नंबर 1 के सामने से नाग-नागिन का जोड़ा एबी रोड पार कर रहा था। तभी सामने से आए एक ट्रक ने उनमें से एक नाग को कुचल दिया था। नाग के मरने के 5 घंटे बाद तक नागिन ने ट्रैफिक को रोक दिया था। वह लगातार फन पटक कर अपना क्रोध और शोक जाहिर कर रही थी। उसके बाद नागिन अपने आप मौके से गायब हो गई थी।

नागिन की लाश के बाद बना ‘अमर-प्रेम’ मंदिर
02 जनवरी 2015 की सुबह जब लोग उधर से गुजरे तो नाग के पास ही नागिन फिर नजर आई, लेकिन इस बार वह जिंदा नहीं थी। स्थानीय लोगों के मुताबिक नागिन ने नाग के वियोग में जान दे दी थी। नागिन की मौत की खबर से इलाके में तरह तरह की चर्चाएं चल निकलीं थीं। स्थानीय लोग इकट्ठे हुए और हिंदू विधान के अनुसार नाग-नागिन का अंतिम संस्कार कर दिया गया। इसके कुछ दिन बाद लोगों ने नागिन के इस प्रेम और समर्पण से प्रभावित हो कर उन्हें सती माता मानकर उनकी याद में ‘अमर-प्रेम’ मंदिर बनवा दिया।

हिंदू समेत मुस्लिम में आते हैं दर्शन करने
भक्तों का भी मानना है कि उन्होंने जब यह अनोखी प्रेम और उनके वियोग की कहानी को सुना तो वह कई सालों से यहां दर्शन करने आ रहे हैं। खासकर नाग पंचमी के मौके पर विशेष दर्शन होते हैं। मंदिर के व्यवस्थापक महेश सिंह भदौरिया का यह भी कहना है कि यह अमर प्रेम मंदिर है। यही वजह है कि यहां हिंदुओं के साथ बड़ी संख्या में मुस्लिम भक्त भी दर्शन करने आते हैं। उनकी हर एक मुराद यहां पूरी होती है। सर्वधर्म विश्वास से जुड़ी बात कहते हुए उनकी आंखे भी नम हो गयी। नाग देवता और सती नागिन माता के अनूठे प्रेम की यह कहानी आज अमर प्रेम मंदिर के रूप में हमेशा हमेशा के लिए अमर हो गई है।
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