जालंधर। पंजाब में लगातार जलस्तर बढ़ता ही जा रहा है। लगातार बारिश के कारण अधिकांश दरिया तालाब और नदी उफान मार रहा है। इसे देखते हुए लगातार प्रशासन के लोग यह अपील कर रहे हैं की नदी और दरिया के पास नहीं जाएं। हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में ब्यास नदी पर बने पौंग बांध का जल स्तर आज 1348 फुट दर्ज किया गया है, जो खतरे के निशान 1390 फुट से अभी भी 42 फुट नीचे है।
मानसून की शुरूआती सक्रियता के बाद बांध में जल स्तर में लगातार वृद्धि देखी गई थी, जिससे निचले इलाकों में संभावित बाढ़ का खतरा मंडरा रहा था। हालांकि पिछले कुछ दिनों से क्षेत्र में बारिश में कमी आई है। भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (बी.बी.एम.बी.) के अधिकारियों ने बताया कि वे जल स्तर पर लगातार निगरानी रख रहे हैं और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। उन्होंने आश्वस्त किया कि वर्तमान स्थिति में निचले इलाकों में बाढ़ का कोई तत्काल खतरा नहीं है।

दरिया में बढ़ा अचानक जल स्तर
आपको बता दें भारी बारिश के कारण जिला गुरदासपुर के अंतर्गत विधानसभा हलका दीनानगर के मकौड़ा पत्तन पर अचानक पानी का स्तर बढ़ने के कारण रावी नदी के दूसरी ओर बसे आधा दर्जन गांवों तुरबानी, चेबे, भरियाल, लसियाण, मम्मी चकरंजा आदि गांवों का संपर्क पूरी तरह से टूट गया है। जलस्तर इतना बढ़ गया है कि आने-जाने की सुविधा के लिए विभाग द्वारा चलाई जा रही नाव को भी आज बंद करना पड़ा है। पानी का बहाव तेज होने के कारण नाव चलाना असंभव है, जिससे नाव पूरी तरह से बंद हो गई है और दूसरी ओर रहने वाले लोगों का आना-जाना पूरी तरह से बंद हो गया है। जलस्तर बढ़ने के कारण आज दूसरी ओर के भरियाल, तूर के स्कूलों में अध्यापक नहीं पहुंच सके जिस कारण बच्चों को स्कूल से वापिस घर जाने के लिए मजबूर होना पड़ा।
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