शेयर बाजार में हर दिन कुछ नया होता है… लेकिन बुधवार को कुछ ऐसा हुआ जिसने कई निवेशकों के चेहरों पर अचानक मुस्कान ला दी. एक मिडकैप कंपनी, जिसका नाम अक्सर पहले पन्ने पर नहीं आता… ने कुछ ऐसा किया जिसने पूरे बाजार को चौंका दिया. हम बात कर रहे हैं दिलीप बिल्डकॉन की. इस शेयर ने 2 साल में 85% का रिटर्न दिया है.

नतीजे आए, बाजार ने तालियाँ बजाईं!

कंपनी ने पहली तिमाही के नतीजे पेश किए और बुधवार सुबह होते ही निवेशकों ने इसके शेयरों पर टूट पड़े. कुछ ही घंटों में शेयर 7.2% उछलकर ₹506 पर पहुंच गया. क्यों? क्योंकि मुनाफे में इतनी बढ़ोतरी हुई कि बाजार उसे देखकर ‘उछल’ पड़ा.

मुनाफा – लगभग दोगुना!

दिलीप बिल्डकॉन का शुद्ध लाभ जून तिमाही में 93.6% बढ़कर ₹271 करोड़ हो गया. यानी एक साल पहले की तुलना में मुनाफा लगभग दोगुना हो गया. सिर्फ़ मुनाफा ही नहीं… EBITDA भी 8.7% बढ़कर ₹520 करोड़ पर पहुंच गया है. कंपनी का EBITDA मार्जिन भी 15.2% से बढ़कर 19.8% हो गया – जो निवेशकों के लिए एक बेहद सकारात्मक संकेत है.

लेकिन एक आंकड़े ने चौंका दिया…

हालांकि, सब कुछ ठीक नहीं रहा. दिलीप बिल्डकॉन के राजस्व में गिरावट आई. 16.4% की गिरावट के साथ, कंपनी का कुल राजस्व ₹2620 करोड़ पर रुक गया. इस गिरावट का कारण EPC यानी इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट और कंस्ट्रक्शन सेक्टर में मंदी माना जा रहा है.

क्या कहते हैं विशेषज्ञ?

हालांकि निवेशकों ने इस शेयर में उत्साह दिखाया, लेकिन विश्लेषकों का मूड थोड़ा ठंडा है. ट्रेडलाइन जैसी वेबसाइटों पर, दिलीप बिल्डकॉन का औसत लक्ष्य मूल्य ₹442 बताया गया है, जो मौजूदा कीमत से लगभग 7% कम है. 6 में से 6 विश्लेषकों ने इस शेयर को ‘बेचने’ की रेटिंग दी है.

इस शेयर का प्रदर्शन कैसा रहा है?

  • 1 साल में: -8% रिटर्न
  • 2 साल में: +85% उछाल
  • 3 महीने में: +15% उछाल
  • 1 महीने में: -4% गिरावट

यानी, शेयर ने लंबी अवधि में अच्छा रिटर्न दिया है, लेकिन हालिया रुझान अस्थिर रहा है.

आगे क्या?

तो सवाल यह है कि क्या दिलीप बिल्डकॉन अभी भी खरीदने लायक है? मार्जिन और मुनाफे में बढ़ोतरी दिख रही है, लेकिन राजस्व में गिरावट चिंता का विषय है. अगर कंपनी ईपीसी सेगमेंट में तेज़ी ला पाती है, तो इसके शेयर में और तेज़ी आ सकती है. लेकिन अभी के लिए… सावधानी बरतना बेहतर है.

एक दिन में 7% की बढ़ोतरी कोई छोटी बात नहीं है. दिलीप बिल्डकॉन ने इस बार उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन किया है – लेकिन बाजार में हर तेज़ी के पीछे एक कहानी होती है… और हर कहानी का अगला पन्ना जोखिम से भरा होता है.