सावन का महीना शिवभक्तों के लिए सबसे पावन समय माना जाता है. मान्यता है कि इस महीने सच्चे मन से की गई शिव आराधना न सिर्फ कष्ट हरती है, बल्कि वह भी दे देती है जो भाग्य में नहीं लिखा होता. कहते हैं–जो भाग्य में नहीं है, वो शिव भक्ति से मिल जाता है. यह केवल एक भक्ति भरा वाक्य नहीं, बल्कि लाखों श्रद्धालुओं की जीवन में घट चुकी सच्ची अनुभूतियों का सार है.

शिव भक्ति: कर्म, कृपा और चमत्कार का संगम
शिव पुराण में आता है कि भगवान शिव केवल भाव से प्रसन्न होते हैं. उन्हें किसी विशेष सामग्री की नहीं, सच्ची भावना और श्रद्धा की आवश्यकता होती है. यही कारण है कि वे आशुतोष कहलाते हैं, यानी शीघ्र प्रसन्न होने वाले देव.
सावन में कौन-से उपाय विशेष फल देते हैं?
- सावन के सोमवार का व्रत करना, यह व्रत शिव को अत्यंत प्रिय है. इसे रखने से विवाह, संतान, स्वास्थ्य, और धन संबंधी समस्याएं दूर होती हैं.
- शिवलिंग पर जल, दूध, बेलपत्र चढ़ाएं. हर दिन सूर्योदय से पहले शिवलिंग पर जलाभिषेक करें. बेलपत्र पर “ॐ नमः शिवाय” लिखकर अर्पित करें.
- 5 महामंत्र, जो भाग्य को बदल सकते हैं.
- ॐ नमः शिवाय समस्त बाधाओं से मुक्ति
- महामृत्युंजय मंत्र रोग-शोक का नाश
- ॐ त्र्यम्बकं यजामहे… अकाल मृत्यु से रक्षा
- ॐ शं भो शंकराय नमः मानसिक शांति
- ॐ महादेवाय नमः भाग्य बलवान बनाना
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