रायपुर। आज से लल्लूराम डॉट कॉम मुहिम नाम से एक सीरीज़ शुरु कर रहा है. जिसमें लोगों से जुड़े ज़रुरी मुद्दे उठाए जाएंगे. इस सीरीज़ में आपको भी मौका मिलेगा अपनी बात पहुंचाने का. आपके साथ मिलकर ये मुहिम चलाई जाएगी. ये सिलसिला तब तक चलेगा जब तक ये मुहिम अपने अंजाम तक न पहुंच जाए. मुहिम की पहली सीरीज़ में हम छत्तीसगढ़ की बेहतर एयर कनेक्टिविटी का मुद्दा उठा रहे हैं.
रायपुर। रायपुर से राजनेता, ब्यूरोक्रेट्स और कार्पोरेट्स समेत सैकड़ों लोग अपने काम के लिए रोज़ाना दिल्ली जाते हैं. लेकिन कोई भी अपना काम पूरा करके उसी दिन वापस नहीं होता क्योंकि शाम को दिल्ली से कोई फ्लाइट रायपुर के लिए नहीं है.
एक दिन में दिल्ली जाना और सारा काम निपटाकर वापस लौटना संभव नहीं होता. क्योंकि दिल्ली से रायपुर के लिए अंतिम फ्लाइट शाम को साढ़े पांच बजे इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से छूटती है और शाम 7 बजे पहुंचती है.
लेकिन इस फ्लाइट को पकड़ने के लिए यात्रियों को करीब 2 बजे अपने गंतव्य के लिए रवाना होना होता है क्योंकि सेंट्रल दिल्ली से हवाई अड्डा पहुंचने में कम से कम से डेढ़ से दो घंटे का वक्त लगता है. एयरपोर्ट हरियाणा बॉर्डर पर गुड़गांवा से सटा हुआ है जहां अक्सर भारी ट्रेफिक होती है. इसलिए आपको अगर एयरपोर्ट समय से पहुंचना है तो डेढ़ से दो घंटे पहले घर से निकलना पड़ता है.
दिल्ली एयरपोर्ट देश के सबसे व्यस्तम एयरपोर्ट में से एक है. लिहाज़ा वहां चेक इन टाइम के लिए करीब एक से डेढ़ घंटे पहले एयरपोर्ट पहुंचना जरूरी होता है.
कुल मिलाकर अगर कोई व्यक्ति ये चाहे कि वो सुबह रायपुर से दिल्ली जाकर उसी दिन वापस आ जाए तो ये संभव नहीं है. या तो उसे आधा काम छोड़ना होगा या फिर अगले दिन सुबह आना होगा. इसलिए लल्लूराम डॉट कॉम दिल्ली से रायपुर के लिए शाम 7 बजे के बाद एक फ्लाइट शुरु करने की मांग उठा रहा है. अगर सीधी फ्लाइट संभव न हो तो किसी फ्लाइट का स्टॉपेज रायपुर में बनाया जाए.
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