Donald Trump Called Indian Economy A Dead Economy: भारत के साथ अपने मनमाफिक ट्रेड डील नहीं होने और पुतिन-मोदी की दोस्ती (Putin-Modi friendship) से अमेरिकी राष्ट्रपति बौखला गए हैं। इसी का नतीजा है कि पिछले 16 घंटों में डोनाल्‍ड ट्रंप भी अनाप-शनाप एकतरफा निर्णय ले रहे हैं। साथ ही कुछ भी भारत के खिलाफ बयान दे रहे हैं। भारत पर 25% टैरिफ लगाने और 6 भारतीय पेट्रोलियम कंपनियों पर बैन लगाने के बाद अब ट्रंप ने भारत को खुली धमकी दी है। ट्रंप ने भारत और रूस की अर्थव्यवस्था को ‘Dead Economy’ (मृत इकोनॉमी) कहा है।

डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर टैरिफ बम फोड़ने के साथ ही अपने ट्रूथ सोशल अकाउंट पर एक पोस्ट के जरिए India-Russia पर तीखा हमला बोला। साथ ही दोनों देशों की अर्थव्यवस्थाओं को मृत बताया है। Donald Trump ने यह तीखा हमला वाशिंगटन द्वारा 1 अगस्त से भारत पर 25 फीसदी शुल्क लगाने के ऐलान के कुछ ही घंटों बाद किया है।

ट्रंप ने भारत पर निशाना साधते हुए उसके व्यापारिक साझेदार मास्को को भी नहीं बख्शा। क्रेमलिन पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि अमेरिका और रूस लगभग कोई व्यापार एक साथ नहीं करते और ऐसा ही रहना चाहिए। उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा, ‘मुझे इस बात की परवाह नहीं है कि भारत रूस के साथ क्या-क्या करता है, लेकिन वे दोनों मिलकर अपनी Dead Economies को और नीचे गिरा सकते हैं, मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता।

भारत और रूस की दोस्ती को लेकर ये पहली बार नहीं है, जबकि ट्रंप मर्यादा भूलते हुए तीखे हमले कर रहे हैं। हालांकि, यह ताजा पोस्ट रूस के पूर्व राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव की हालिया टिप्पणियों का प्रत्यक्ष जवाब नजर आ रहा है, जिन्होंने चेतावनी दी थी कि Trump रूस के साथ अल्टीमेटम गेम” खेल रहे हैं। इसके बाद अब अमेरिकी राष्ट्रपति ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि रूस के असफल पूर्व राष्ट्रपति मेदवेदेव, जो सोचते हैं कि वे अभी भी राष्ट्रपति हैं, उनसे कहिए कि वे अपने शब्दों पर ध्यान दें, क्योंकि वे बहुत खतरनाक क्षेत्र में प्रवेश कर रहे हैं।

1 अगस्त की डेडलाइन अब बढ़ना मुश्किल
ट्रंप ने अप्रैल महीने में टैरिफ का बम फोड़ना शुरू किया था, लेकिन फिर अचानक तमाम देशों को 90 दिन की राहत दे दी थी। इसके बाद 9 जुलाई को खत्म होने वाली डेडलाइन को बढ़ाकर 1 अगस्त कर दिया था। अब डोनाल्ड ट्रंप की ओर से पहले ही साफ कर दिया गया है कि ये Tariff Deadline और आगे बढ़ने वाली नहीं है। उन्होंने हाल ही में अपने ट्रुथ सोशल अकाउंट पर लिखकर बताया है कि, ‘पहला अगस्त, अमेरिका के लिए एक महान दिन होगा. 1 अगस्त की डेडलाइन अटल है, इसे आगे नहीं बढ़ाया जाएगा।

भारत पर फोड़ा 25% का टैरिफ बम

बता दें कि 30 जुलाई की देर शाम डोनाल्ड ट्रंप ने एकतरफा फैसला लेते हुए भारत से आने वाले सामानों पर 25 प्रतिशत टैरिफ और अतिरिक्त जुर्माना लगाने का ऐलान किया था। साथ ही ट्रंप ने ब्रिक्स (BRICS) संगठन को लेकर भी भारत पर निशाना साधा था।उन्होंने कहा कि यह संगठन अमेरिका विरोधी है और डॉलर की ताकत को कमजोर करने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने कहा कि ब्रिक्स एक ऐसा समूह है जो अमेरिका के खिलाफ खड़ा है और भारत उसका हिस्सा है। यह डॉलर पर सीधा हमला है और हम ऐसा नहीं होने देंगे।

ट्रंप ने कहा कि भारत हमारा दोस्त है, लेकिन वह हमसे बहुत कम सामान खरीदता है, जबकि हम उनसे बहुत सामान खरीदते हैं। उनके टैरिफ काफी ज्यादा हैं, कई मामलों में 100% से लेकर 175% तक हैं। अब वे इन्हें घटाने को तैयार हैं।

6 भारतीय पेट्रोलियम कंपनियों पर लगाया बैन

टैरिफ का बोझ डालने के बाद ट्रंप ने एक और भारत को झटका देते हुए 6 पेट्रोलियम कंपनियों पर बैन लगा दिया है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय का कहना है कि ये कंपनियां ईरान के साथ व्यापार कर रही थीं। इनमें एलकेमिकल सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड, ग्लोबल इंडस्ट्रियल केमिकल्स लिमिटेड, जुपिटर डाई केम प्राइवेट लिमिटेड जैसी कंपनियां भी शामिल है।

अमेरिका ने जहां रूस के साथ कारोबार करने पर भारत के ऊपर जुर्माने लगाने का ऐलान किया है, तो US के निशाने पर ऐसी भारतीय कंपनियां भी आ गई हैं, जो ईरान के साथ पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स का लेन-देन करती हैं। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के अनुसार, इसे लेकर 6 भारतीय कंपनियों को कार्यकारी आदेश (E.O.) 13846 के तहत प्रतिबंधित किया गया है। ट्रंप प्रशासन का ये फैसला दरअसल, सीधे तौर पर ईरान के पेट्रोलियम और पेट्रोकेमिकल सेक्टर को टारगेट करता है।

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