रायपुर। छत्तीसगढ़ के सरगुजा संभाग के पंकज बेक आत्महत्या मामले में राष्ट्रीय अनूसुचित जनजाति आयोग ने डीजीपी डीएम अवस्थी और सरगुजा एसपी आशुतोष सिंह को नोटिस भेजा है. अंबिकापुर के पार्षद आलोक दुबे ने राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग को पत्र लिखा था. आरोप लगाया गया था कि पुलिस अधिकारियों ने पंकज बेग (उरांव) (अनुसूचित जनजाति) को कथित रूप से मार-पीट कर और अमानवीय यातनायें देकर हत्या की गई है. जिसकी निष्पक्ष जांच की जाए और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए.

पत्र में कहा गया है कि यदि नियत अवधि में आयोग को उत्तर प्राप्त नहीं होता है, तो वह भारत के संविधान के अनुच्छेद 338क के खण्ड (8) के अन्तर्गत उसे प्रदत्त दीवानी अदालत की शक्तियों का प्रयोग कर सकता है. व्यक्तिगत रूप से या प्रतिनिधि के माध्यम से आयोग के समक्ष उपस्थित होने के लिए आपको ‘समन जारी कर सकता है.

बता दें कि चोरी के अभियुक्त पंकज बेक ने 21 अगस्त की रात पुलिस कस्टडी से भागकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. मृतक के शरीर में चोट के निशान भी मिले थे. पुलिस के अनुसार रात करीब 11.30 बजे वह साइबर सेल की कस्टडी से फरार हो गया था, फिर करीब सवा 1 बजे उसकी लाश डॉक्टर परमार के हॉस्पिटल के कूलर से पाइप के सहारे फांसी पर लटकी मिली थी. इस मामले को बीजेपी भी उठा चुकी है.