परलाखेमुंडी : गजपति जिले के आर. उदयगिरि स्थित ग्रामीण जल आपूर्ति एवं स्वच्छता (आरडब्ल्यूएसएस) कार्यालय में एक अमानवीय घटना सामने आई है, जिसने लोगों में आक्रोश पैदा कर दिया है। इस घटना में एक चपरासी को एक नवनियुक्त कनिष्ठ अभियंता को पीने के पानी की जगह मूत्र परोसने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।

आरडब्ल्यूएसएस कार्यालय में 22 जुलाई को कार्यभार ग्रहण करने वाले सचिन गौड़ा द्वारा प्राथमिकी दर्ज कराए जाने के बाद आरोपी सिबा नारायण नायक को हिरासत में ले लिया गया। यह घटना 21 जुलाई की रात को हुई जब गौड़ा ने रात के खाने के बाद पानी माँगा। नायक ने कथित तौर पर उसे एक स्टील की बोतल दी जिसमें एक संदिग्ध तरल पदार्थ था। गौड़ा और उसके दो सहयोगियों, घाना और सूर्या ने इसे चखा और उन्हें गड़बड़ी का संदेह हुआ।

प्रयोगशाला परीक्षणों में नमूने में 2.0 पीपीएम अमोनिया पाया गया, जो मूत्र संदूषण की संभावना को दर्शाता है। पुष्टि के लिए दूसरा नमूना परलाखेमुंडी भेजा गया है। बीमार गौड़ा का बरहामपुर के एमकेसीजी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में इलाज चल रहा है।

नायक ने आरोपों से इनकार करते हुए दावा किया है कि उसने ऑफिस के एक्वा गार्ड से पानी लिया। मामले को आगे की जाँच के लिए ओडिशा जल संसाधन निदेशालय और राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के पास भेज दिया गया है। पुलिस ने कर्मचारियों से पूछताछ और लैब रिपोर्ट की जाँच सहित विस्तृत जाँच शुरू कर दी है।