कुछ घरों में तुलसी का पौधा कितना भी ध्यान रखा जाए, वह या तो सूख जाता है या कुछ ही समय में मुरझा जाता है. यह केवल बागवानी की गलती नहीं होती, बल्कि इसके पीछे गहरे धार्मिक और ज्योतिषीय कारण भी हो सकते हैं. शास्त्रों और लोक मान्यताओं में तुलसी को देवी लक्ष्मी का रूप माना गया है और यह केवल एक पौधा नहीं, बल्कि शुभता और आध्यात्मिक ऊर्जा का प्रतीक है.

लोक मान्यता के अनुसार, जिस घर में लगातार कलह, अपवित्रता या नकारात्मकता होती है, वहां तुलसी नहीं टिकती. यह पौधा पवित्रता और शांति के वातावरण में ही पनपता है. ज्योतिषीय दृष्टिकोण से देखा जाए तो जिन लोगों की कुंडली में बृहस्पति और शुक्र ग्रह कमजोर होते हैं, उनके घर में तुलसी का पौधा टिक नहीं पाता.
बार-बार तुलसी का पौधा सूख रहा है तो इसे चेतावनी के रूप में मन
यदि बार-बार तुलसी सूख रही हो, तो इसे चेतावनी के रूप में लेना चाहिए. तुलसी को बचाने के लिए नियमित रूप से उसकी देखभाल के साथ-साथ धार्मिक उपाय भी करें. प्रतिदिन तुलसी को जल दें, ॐ तुलस्यै नमः मंत्र का जाप करें, और घर का वातावरण सात्विक बनाए रखें. साथ ही कुंडली में बृहस्पति और शुक्र की स्थिति का परीक्षण करवाकर उनके लिए उचित उपाय भी करें.
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