अमित पांडेय, खैरागढ़। खैरागढ़ जिले के ग्रामीण इलाकों में पिछले चार महीनों से लगातार हो रही चोरी की वारदातों ने लोगों को परेशान कर रखा था। हर दूसरे-तीसरे दिन किसी गांव से खबर आती कि रात में चोरों ने ताले तोड़े, गहने-नकदी ले भागे। बुजुर्ग दंपत्तियों के घर, सुनसान गलियों के मकान और खेत किनारे बसे मकान खासतौर पर निशाना बनते। अब इन चोरियों के पीछे का राज खुल गया है।

गंडई और छुईखदान थाना क्षेत्र में बीते दिनों हुई 9 बड़ी चोरियों की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है जो छत्तीसगढ़ के कई जिलों से ताल्लुक रखने वाले 12 लोगों से मिलकर बना था। सभी को गिरफ्तार कर लिया गया है और उनके पास से करीब 11 लाख 30 हजार रुपये का चोरी का सामान बरामद किया गया है। चोरों के पास से जो सामान मिला है, उसमें सोने के मंगलसूत्र, पत्ती और लॉकेट जैसे जेवरात (करीब 8 लाख), चांदी के पायल और लच्छा (1.5 लाख), चोरी में इस्तेमाल की गई तीन मोटरसाइकिल (1.5 लाख रुपये मूल्य की) और चार मोबाइल फोन (करीब 30 हजार रुपये के) शामिल हैं।

पुलिस की पूछताछ में चोरों ने बताया कि वे दिन में अलग-अलग गांवों में घूम-घूमकर पहले टोह लेते थे। जहां घर सूना दिखा, उसे निशाना बनाते थे। फिर रात के अंधेरे में टोली बनाकर निकलते और चुपचाप ताले तोड़ देते। कुछ ही मिनटों में सारा सामान समेटते और मोटरसाइकिल से फरार हो जाते। सुबह होते-होते सामान बेचने की तैयारी शुरू हो जाती थी। पुलिस ने गिरोह को पकड़ने के लिए खास रणनीति बनाई थी। लगातार मिलती शिकायतों के बाद खैरागढ़ पुलिस, साइबर सेल और थाना गंडई की संयुक्त टीम ने काम शुरू किया। स्थानीय मुखबिरों से सूचना ली गई, संदिग्ध लोगों की हरकतों पर नजर रखी गई और तकनीकी सुरागों को खंगाला गया। आखिरकार एक-एक कर सभी 12 आरोपियों को धर दबोचा गया।

पुलिस का कहना है कि इस गिरोह के खिलाफ अन्य जिलों में भी आपराधिक रिकॉर्ड मिले हैं और वहां के मामलों की भी जांच की जा रही है। फिलहाल सभी आरोपियों को न्यायालय में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।गिरफ्तारी के बाद इलाके में राहत का माहौल है। ग्रामीणों ने पुलिस की कार्रवाई की सराहना की है और उम्मीद जताई है कि अब गांवों में रात को सुकून की नींद ली जा सकेगी। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे रात के समय घरों को सुरक्षित रखें, ताले मजबूत करें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।