औरंगाबाद। जिले के गोह प्रखंड स्थित देवकुंड थाना से एक बड़ी चूक सामने आई है। चोरी के आरोप में पकड़े गए दो नाबालिग समेत चार आरोपी थाना की खिड़की तोड़कर फरार हो गए। यह घटना पुलिस प्रशासन की लापरवाही को उजागर करती है, वहीं अब ग्रामीणों और परिजनों का गुस्सा भी फूट पड़ा है।

पकड़े गए थे चार आरोपी

बुधवार को देवकुंड पुलिस ने लॉकेट चोरी के मामले में सोनू कुमार, आदित्य उर्फ रम्भु और दो नाबालिगों को गिरफ्तार किया था। सभी को थाना के एक कमरे में बंद कर पूछताछ की जा रही थी। गुरुवार की रात तक चारों आरोपी थाना में ही मौजूद थे, लेकिन शुक्रवार सुबह चौकीदार सुरेश यादव खुद आरोपियों के घर पहुंचा और उन्हें ढूंढने लगा। जब परिजनों ने सवाल किया तो चौकीदार ने बताया कि चारों खिड़की तोड़कर थाना से फरार हो गए हैं।

महिलाओं ने लगाए गंभीर आरोप

आरोपियों के फरार होने के बाद पुलिस की टीम बारी-बारी से सभी के घर पहुंची। इसी दौरान पुलिस पर महिलाओं को धमकाने और गाली-गलौज करने के आरोप लगे हैं। आरोपी आदित्य की पत्नी खुशबू कुमारी ने बताया मेरे पति को सिर्फ लॉकेट खरीदने के आरोप में पकड़ा गया था। रात में खाना देने गई थी, लेकिन सुबह चौकीदार खुद पूछ रहा था कि पति कहां है अब पुलिस हमें धमका रही है कि पति को नहीं लाए तो जेल भेज देंगे। इसी तरह सोनू कुमार की पत्नी गुलशन देवी ने कहा मेरे पति को चोरी के आरोप में पकड़ा गया और अब पुलिस हमें डराकर धमका रही है। घर में घुसकर गालियां दे रहे हैं और कह रहे हैं कि पति को नहीं लाए तो हम उठाकर ले जाएंगे।

लापरवाही का मामला

थानाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा, गिरफ्तार आरोपियों की निगरानी की जिम्मेदारी चौकीदार सुरेश यादव को सौंपी गई थी। उसकी लापरवाही से ही यह घटना हुई है। फिलहाल चारों आरोपियों की तलाश की जा रही है, उन्हें जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।