Balanga Victim Political Controversy: भुवनेश्वर. बलंगा की घटना को 15 दिन हो चुके हैं. न तो सरकार और न ही प्रशासन अब तक अपराधी को पकड़ पाया है. उपमुख्यमंत्री ने कुछ दिन पहले कहा था कि उन्होंने पीड़िता से मुलाकात की है और वह ठीक है. लेकिन उसकी मौत से कई सवाल खड़े हो रहे हैं. बीजेडी ने इस मामले में गंभीर आरोप लगाए हैं. विपक्ष की नेता प्रमिला मलिक ने आरोप लगाया है कि सरकार अपराधी को छिपा रही है. उन्होंने कहा कि सरकार ने यह कहकर घटना को दबा दिया कि इसमें सत्ताधारी दल के लोग शामिल हैं.

सरकार ने इस घटना को छिपाने की पूरी तैयारी कर ली है. दो महीनों में दो बड़ी घटनाएं हो चुकी हैं, जिससे यह स्पष्ट होता है कि यहां महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं.

Also Read This: ओडिशा के सुंदरगढ़ में माओवादियों ने उड़ाया रेलवे ट्रैक, हावड़ा-मुंबई रूट पर ट्रेनें ठप

Balanga Victim Political Controversy

Balanga Victim Political Controversy

Balanga Victim Political Controversy. गोपालपुर सामूहिक बलात्कार की घटना के बाद अमेरिका तक ने कहा था कि ओडिशा महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं है. यह बेहद शर्मनाक बात है. डबल इंजन सरकार आगे नहीं बढ़ रही, बल्कि उल्टी दिशा में जा रही है. महिलाएं अब सड़कों पर चलने से डर रही हैं. भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा लोगों को जिस तरह से डराया-धमकाया जा रहा है, उससे आम जनता भयभीत है.

हमने मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी से बार-बार मांग की है, लेकिन वह चुप हैं. अगर दिल्ली से कोई आदेश आ रहा है, तो उन्हें चाहिए कि वह आदेश दें.

मुख्यमंत्री खुद कोई ठोस कदम नहीं उठा पा रहे हैं. राज्य की बागडोर मुख्यमंत्री के नियंत्रण में नहीं है. उन्हें अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए. हमारी लड़ाई जारी रहेगी, प्रमिला ने कहा.

Also Read This: ओटीईटी पेपर लीक में बड़ा खुलासा: BSE के उपाध्यक्ष गिरफ्तार, विशेष परीक्षा रद्द

Balanga Victim Political Controversy. इसी तरह, बीजेडी नेता टुकुनी साहू ने कहा कि उपमुख्यमंत्री सुभद्रा के लिए पत्नी ला रहे हैं, लेकिन यहाँ महिलाओं की क्या स्थिति है? महिलाओं का विकास नहीं, बल्कि विनाश हो रहा है. हम महिला सुरक्षा के लिए लड़ाई जारी रखेंगे. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की पीड़िता ने कैसे खुद पर पेट्रोल डालकर आग लगाई, और बलंगा में पीड़िता ने खुद को कैसे आग लगा ली — यह एक रहस्य है. टुकुनी ने कहा कि अगर सरकार इस मामले में कदम नहीं उठाती, तो हम सड़कों पर उतरेंगे.

इस घटना पर बीजेडी महासचिव लेखाश्री सामंत सिंघार ने कहा, “बेटी पढ़ाओ, बेटी जलाओ” भाजपा सरकार का नया नारा बन गया है. पिछले एक महीने में दो घटनाओं में महिलाओं ने अपनी जान गंवाई है, लेकिन यह वास्तव में आत्महत्या नहीं, हत्या है. ओडिशा में नारी हत्या सरकार का प्रतीक बन गई है. पुलिस कुछ नहीं कर रही है. जो अपराधी को नहीं पकड़ेगा, वही इस सरकार में बना रहेगा.

Balanga Victim Political Controversy. बलंगा पीड़िता को केरोसिन किसने दिया? पहले तो जानकारी मिली थी कि पीड़िता का दम घुट गया था. बाद में बताया गया कि पीड़िता पर केरोसिन डालकर आग लगाई गई. यह बात खुद पुलिस ने कही थी. अब पुलिस की थ्योरी कैसे बदल गई? सबसे पहले शक पुलिस पर ही जाता है. राज्य में माफिया राज चल रहा है. यानी पुलिस को कोई परवाह नहीं है, क्योंकि इस मामले में सत्ताधारी दल के लोग शामिल हैं.

मौत के बाद पुलिस का यह कहना कि पीड़िता ने खुदकुशी की, पूरी तरह गलत है. पुलिस आखिर किसे बचा रही है? लड़की की हत्या किसने की? इस घटना का राजनीतिकरण हो चुका है. सरकार ने पहले घटना को दबाया और फिर इसे एक अलग दिशा दे दी. उपमुख्यमंत्री चुप हैं. हम उन्हें सार्वजनिक सड़क पर घुटनों के बल आने पर मजबूर कर देंगे, लेखाश्री ने कहा.

Also Read This: ओडिशा की बेटी Delhi AIIMS में हार गई जिंदगी की जंग, इलाज के दौरान तोड़ा दम, पुरी में 3 लोगों ने घेरकर लगा दी थी आग