पटना। बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एनडीए सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा है कि सरकार में मौलिक सोच और दृष्टिकोण का अभाव है। उन्होंने कटाक्ष करते हुए पूछा मुख्यमंत्री बताएं कि विपक्ष की घोषणाओं की नकल करके कैसा महसूस कर रहे हैं? तेजस्वी यादव ने कहा कि यह अपार प्रसन्नता का विषय है कि वैचारिक रूप से दिवालिया हो चुकी एनडीए सरकार आज उन्हीं घोषणाओं और नीतियों की नकल कर रही है, जिन्हें पहले सिरे से खारिज करती थी। उन्होंने कहा, डोमिसाइल नीति को लेकर पहले ये सरकार सदन में स्पष्ट इनकार करती थी, लेकिन अब उसी मांग को अपना रही है। यह इस बात का प्रमाण है कि सरकार में नीति और विजन की गंभीर कमी है।

जनता को भ्रमित करने की कोशिश

नेता प्रतिपक्ष ने आगे कहा 20 वर्षों से सत्ता में रहने के बावजूद एनडीए सरकार यह तय नहीं कर पाई कि राज्य को किस दिशा में ले जाना है। अब जब चुनाव नजदीक हैं, तो हमारी घोषणाओं और नीतियों की नकल कर जनता को भ्रमित करने की कोशिश की जा रही है।

खाका महागठबंधन ने तैयार किया था

तेजस्वी यादव ने सामाजिक सुरक्षा पेंशन, मुफ्त बिजली यूनिट, सरकारी नौकरियों की बहाली, रसोइया, रात्रि प्रहरी, स्वास्थ्य अनुदेशक, आशा और ममता कार्यकर्ताओं के मानदेय में वृद्धि, युवा आयोग का गठन और एक करोड़ रोजगार जैसी योजनाओं का ज़िक्र करते हुए कहा कि इन सभी का खाका महागठबंधन ने तैयार किया था, जिसे अब एनडीए सरकार जल्दबाजी में अपनाने का प्रयास कर रही है।

विपक्ष की नीतियों पर चलने को मजबूर

तेजस्वी ने कहा 20 साल की थकी-हारी, विचारशून्य सरकार अब विपक्ष की नीतियों पर चलने को मजबूर है। जनता देख रही है कि असली सोच और विजन किसके पास है। हमें खुशी है कि विपक्ष के दबाव और घोषणाओं से सरकार को भी दिशा मिल रही है।