Elon Musk $29 Billion Tesla Deal: दुनिया के सबसे चर्चित अरबपति एलन मस्क को लेकर टेस्ला ने ऐसा दांव खेला है, जिसे जानकर कॉरपोरेट जगत भी हैरान है. 29 अरब डॉलर यानी लगभग ₹2.5 लाख करोड़ के 9.6 करोड़ शेयर टेस्ला ने मस्क को एक झटके में ऑफर कर दिए हैं, बिना बोनस की घोषणा और बिना किसी नई पोजिशन के. कंपनी का तर्क है: “यह गुड फेथ अवॉर्ड है, ताकि मस्क का ध्यान टेस्ला से न भटके.”
यह वही टेस्ला है जिसकी तिमाही आय लगातार गिर रही है और जिसके शेयर इस साल 20% तक टूट चुके हैं. सवाल यह है, क्या मस्क को रोकने के लिए टेस्ला खुद को ही गिरवी रख रही है?
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Elon Musk $29 Billion Tesla Deal
2018 का पैकेज कोर्ट ने रद्द किया, अब उसी का रीमेक?
यह ग्रांट ठीक उसी रकम के आस-पास बैठती है, जिस पर 2018 में मस्क को 56 अरब डॉलर का पैकेज दिया गया था. डेलावेयर कोर्ट ने इसी वर्ष उसे रद्द कर दिया था — कारण था कि शेयरधारकों को उस डील की पारदर्शिता नहीं मिली थी और टेस्ला का बोर्ड मस्क-फ्रेंडली माना गया था.
अब क्या बदला है?
कुछ भी नहीं, सिवाय इसके कि इस बार उसे “गुड फेथ अवॉर्ड” कहा गया है और एक शर्त जोड़ी गई है —
मस्क को 2027 तक टेस्ला में बने रहना होगा, हर शेयर के लिए $23.34 की कीमत चुकानी होगी और पांच साल तक ये शेयर बेच भी नहीं सकेंगे.
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क्या टेस्ला डर गई है? मस्क की दिलचस्पी अब XAI, स्पेसएक्स और राजनीति में
मस्क टेस्ला के सीईओ होने के साथ-साथ अब कई अन्य मोर्चों पर भी सक्रिय हैं:
- स्पेसएक्स: उनकी सबसे महत्वाकांक्षी स्पेस प्रोजेक्ट.
- XAI: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में नई क्रांति.
- न्यूरालिंक: मस्तिष्क में चिप लगाने वाला प्रोजेक्ट.
- राजनीति: हालिया महीनों में इसमें भी गहरी दिलचस्पी दिखाई है.
टेस्ला बोर्ड को डर है कि मस्क का ध्यान अब टेस्ला से हट रहा है — और शायद इसी कारण इतनी बड़ी रकम का ‘लॉयल्टी बोनस’ पेश किया गया है.
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शर्तें इतनी आसान नहीं: यह ‘गिफ्ट’ मुफ्त नहीं
हालांकि मस्क को ये शेयर मुफ्त में नहीं मिलेंगे. उन्हें हर शेयर के लिए $23.34 अदा करना होगा. 2027 तक कंपनी में शीर्ष पद पर कार्यरत रहना होगा. और पांच साल तक इन्हें बेचना प्रतिबंधित होगा, केवल टैक्स भुगतान या खरीद मूल्य की स्थिति में ही बेचने की अनुमति होगी.
यानी यह पैकेज जितना आकर्षक है, उतना ही बांधने वाला अनुबंध भी है.
निवेशकों की चिंता: टेस्ला की मुनाफाखोरी पहले ही खस्ताहाल में
पिछली तीन तिमाहियों में टेस्ला के मुनाफे में लगातार गिरावट आई है:
- तीसरी तिमाही में नेट प्रॉफिट $1.39 अरब से घटकर $409 मिलियन रह गया.
- शेयर की कीमत 20% तक लुढ़क चुकी है.
- कोई ठोस ग्रोथ संकेतक अब तक सामने नहीं आया है.
इस माहौल में इतना बड़ा ग्रांट निवेशकों के लिए चिंता और असमंजस दोनों पैदा कर रहा है.
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कॉर्पोरेट इतिहास की सबसे अजीब डील या मास्टरस्ट्रोक?
यह तय कर पाना कठिन है कि यह निर्णय टेस्ला के लिए “वफादारी का इनाम” सिद्ध होगा या “सीईओ-केंद्रित पूंजीवाद” का एक विवादास्पद उदाहरण.
मस्क पहले ही टेस्ला में 13% हिस्सेदारी रखते हैं और उन्होंने हाल ही में संकेत दिए थे कि वे और अधिक शेयर चाहते हैं.
तो क्या यह नया पैकेज उसी संकेत का जवाब है? या टेस्ला मस्क को “राजनीति और रोबोटिक्स” की भीड़ से खींचकर फिर से “बिजनेस मोड” में लाना चाहती है?
मुख्य बातें संक्षेप में (Elon Musk $29 Billion Tesla Deal)
- टेस्ला ने मस्क को 9.6 करोड़ शेयर (₹2.5 लाख करोड़) का अवॉर्ड दिया.
- यह 2018 के रद्द पैकेज की तर्ज़ पर आधारित है, लेकिन इसे ‘गुड फेथ’ में पेश किया गया है.
- मस्क को 2027 तक कंपनी में रहना होगा.
- आर्थिक संकट झेल रही टेस्ला ने निवेशकों को चौंकाया.
- मस्क की राजनीति और XAI जैसे क्षेत्रों में बढ़ती दिलचस्पी से चिंता बढ़ी है.
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