राखी बांधते समय कौन-सी दिशा है सही, भाई के लिए कौन सा तिलक है सबसे शुभ?
इस बार रक्षाबंधन शनिवार, 9 अगस्त 2025 को मनाया जाएगा, श्रावण माह की पूर्णिमा तिथि पर.
राखी बांधते समय भाई और बहन दोनों को उत्तर-पूर्व दिशा (ईशान कोण) की ओर मुख करके बैठना चाहिए.
ये दिशा देवताओं की मानी जाती है और पूरे ब्रह्मांड की एनर्जी का मुख्य सोर्स मानी जाती है. इस दिशा में राखी बांधने से रिश्ते में पॉजीटिव एनर्जी और आशीर्वाद कई गुना बढ़ जाते हैं.
वहीं राखी के साथ तिलक भी बहुत महत्वपूर्ण होता है. तिलक का एक ग्रह से संबंध होता है जो भाई के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाता है.
लाल सिंदूर (अंगूठे से लगाएं): मंगल ग्रह का प्रतीक, साहस और पहल की भावना जगाता है.
केसरी तिलक (तर्जनी अंगुली से लगाएं): बृहस्पति ग्रह को सक्रिय करता है, बुद्धिमत्ता और स्थिरता लाता है.
चंदन तिलक (अनामिका से लगाएं): चंद्रमा का प्रतीक, मन को शांति और रिश्तों में तालमेल रखने की ताकत देता है.
Raksha Bandhan Astrology 2025: रक्षाबंधन पर यूं बांधें राखी, फिर भाई की तरक्की होना है तय