शेख आलम, धरमजयगढ़. ब्लॉक के गांवों में पागल कुतों का भारी आतंक है. अस्पताल में पीड़ित का इलाज नहीं हो रहा. रेबीज बाजार से मंगाया जा रहा है. इससे परिजनों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
दरअसल, पिछले दो दिन में तीन मासूमों को पागल कुत्तों ने काट लिया है. क्षेत्र के आमगांव, आमापाली और गेरसा में पागल कुत्तों का दहशत बना हुआ है. इधर, घायल बच्चों का अस्पताल में इलाज नहीं हो रहा है. पीड़ित बच्चों को रेबीज इंजेक्शन नहीं मिल रहा.
बड़ी विडंबना है कि शासकीय हॉस्पिटल में रेबीज इंजेक्शन उपलब्ध नहीं है. सिविल अस्पताल की ये कोई नई बात नहीं है. इससे पहले भी रेबीज मरीज के परिजन अस्पताल की बजाय बाजार से दवा लेकर इलाज करवा चुके हैं.
इस संबंध में अस्पताल प्रबंधन डॉक्टर बीएल भगत ने कैमरे के सामने कहने से मना कर दिया और एक लाइन में यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि अब ऊपर से ही रेबीज का इंजेक्शन नहीं आ रहा है. इसमें हम क्या कर सकते हैं.
अस्पताल प्रबंधन एसएस भगत का कहना है कि साल भर हो गए, ऊपर से ही रेबीज का इंजेक्शन नहीं आ रहा है. इसलिए बाहर से दवा मंगाकर मरीज का इलाज करते है या फिर मरीज खुद मार्केट से दवा ले आता है.