Share Market Update: 7 अगस्त की सुबह जब निवेशकों ने अपने स्क्रीन खोले, तो उम्मीद थी कि बाजार सकारात्मक संकेतों का स्वागत करेगा, लेकिन हुआ इसका ठीक उल्टा. सेंसेक्स करीब −445.34 (0.55%) अंकों की गिरावट के साथ 80,098.65 के स्तर पर आ गया और निफ्टी ने भी −144.20 (0.59%) अंकों की फिसलन के बाद 24,430.00 का आंकड़ा छू लिया. ये गिरावट सतही नहीं थी, इसकी परछाई आज के पूरे सत्र में महसूस की गई.
बाजार के 30 में से 26 शेयर लाल निशान में चले गए, सिर्फ 4 ही हरे रंग में टिक पाए. सबसे ज़्यादा मार झेली बैंकिंग, ऑटो और आईटी सेक्टर ने, जो आम तौर पर निवेशकों की पहली पसंद माने जाते हैं.
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Share Market Update
“जब दुनिया बढ़ रही थी, भारत क्यों लड़खड़ाया?”
आज का विरोधाभास दिलचस्प है, एशियाई बाजारों में जबरदस्त तेजी देखने को मिली.
- जापान का निक्केई 0.78% चढ़कर 41,110 पर
- कोरिया का कोस्पी 0.45% ऊपर 3,212 पर
- हॉन्गकॉन्ग का हैंगसेंग भी 0.35% उछलकर 25,022 तक
- चीन का शंघाई कंपोजिट 0.12% की बढ़त के साथ 3,638 पर
इतना ही नहीं, अमेरिकी बाजार भी हरियाली में बंद हुए.
- डाउ जोंस 0.18% ऊपर 44,193 पर
- नैस्डैक 1.21% की तेजी के साथ 21,169 पर
- एसएंडपी 500 ने 0.75% की बढ़त हासिल की और 6,345 पर बंद हुआ.
इन ग्लोबल ट्रेंड्स को देखते हुए भारत में आई गिरावट चौंकाने वाली है. सवाल ये उठता है — क्या यह महज़ तकनीकी गिरावट है या कुछ और बड़ा पक रहा है?
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गिरावट का यह दूसरा दिन है, और यह इत्तेफाक नहीं लग रहा (Share Market Update)
अगर कल यानी 6 अगस्त की बात करें, तो बाजार उस दिन भी हरा नहीं रहा था.
- सेंसेक्स 166 अंक गिरकर 80,544 पर बंद हुआ
- निफ्टी 75 अंक की गिरावट के साथ 24,574 पर आ गया था
- 30 में से सिर्फ 11 शेयर ही ऊपर रहे, बाकी 19 नीचे लुढ़क गए थे
दूसरे दिन लगातार गिरावट अब इसे महज़ ‘सुधार’ नहीं रहने देती. यह किसी संभावित जोखिम, नीति संशोधन या निवेशक भावनाओं में बदलाव की ओर इशारा कर सकती है.
बैंकिंग और ऑटो सेक्टर में क्यों आई गिरावट?
विशेषज्ञ मानते हैं कि बैंकिंग सेक्टर में हाल की क्रेडिट पॉलिसी, बढ़ती ब्याज दरें और कुछ प्राइवेट बैंकों की कमजोर अर्निंग रिपोर्ट्स के चलते दबाव बना हुआ है. वहीं ऑटो सेक्टर, जो मॉनसून पर काफी निर्भर करता है, वहां खरीदी में सुस्ती और डीलर स्टॉक में बढ़ोतरी ने चिंता बढ़ाई है. आईटी सेक्टर भी वेस्टर्न क्लाइंट्स की धीमी डिमांड के चलते दबाव में है.
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यह गिरावट सिर्फ आंकड़े नहीं… एक संकेत है (Share Market Update)
बाजार हमेशा कुछ कहता है. कभी वह संख्याओं के ज़रिए बोलता है, कभी संकेतों के ज़रिए. आज की गिरावट तकनीकी, वैश्विक या घरेलू कारणों में उलझी एक चेतावनी की घंटी हो सकती है.
निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे इस गिरावट को डर की वजह न बनाएं, बल्कि सतर्कता और समझदारी से अपने पोर्टफोलियो का मूल्यांकन करें. अगला कदम उठाने से पहले यह जानना ज़रूरी है, क्या बाजार सांस ले रहा है, या भागने से पहले झुक रहा है?
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