सत्यपाल सिंह,रायपुर। राजधानी रायपुर में स्वास्थ्य विभाग के नाक के नीचे हॉस्पीटल का गोरखधंधा जोरों से चल रहा है. अधिकारियों के सांठगांठ के बिना ऐसा संभव ही नहीं है. दरसअल रायपुर में 1321 निजी अस्पताल संचालित हो रहा है. जिसमें से 347 अस्पतालों को मान्यता प्राप्त है, तो वहीं 974 अस्पताल बिना मान्यता के ही सालों से संचालित हो रहे हैं. इसकी जानकारी विभागीय अधिकारियों को है, लेकिन मौन बैठे हैं.

जिला चिकित्सा अधिकारी के आर सोनवानी का कहना है कि ये बिना मान्यता सालों से संचालित हो रहा है. अब टीम बनाकर कार्रवाई की जाएगी. जरूरत पड़ने पर हॉस्पीटल सील भी किया जाएगा. अब तक तीन अस्पतालों को गैरजिम्मेदारी वाले काम करने पर सील किया जा चुका है.

  • 1321 अस्पतालों में 230 डेंटल क्लीनिक है, जिसमें 36 को मान्यता और 203 गैर मान्यता संचालित है.
  • 303 नर्सिंग होम है, जिसमें 280 को मान्यता है और 22 गैर कानूनी तरह से संचालित हो रहा है.
  • 88 फिजीयोथेरॉपी सेंटर, 87 गैर मान्यता सिर्फ 1 को मान्यता है.
  • 103 पैथोलॉजी लैब में से 87 बिना मान्यता और 16 मान्यता प्राप्त संचालित हो रहा है.
  • 460 एलोपैथिक लैब में सें 553 बिना मान्यता और सिर्फ 7 मान्यता संचालित हो रहा है.
  • 77 डायग्नोस्टिक, सोनोग्रॉफी, एक्स-रे है, जिसमें सिर्फ 7 को मान्यता 73 बिना मान्यता संचालित है.
  • 48 कलेक्शन सेंटर में 48 को मान्यता नहीं है, राजधानी में 1321 हॉस्पीटल में 347 अस्पतालों को मान्यता प्राप्त है, तो वहीं 974 अस्पताल बिना मान्यता ही संचालित हो रहा है.