Punjab Bus Staff Strike: पंजाब. पनबस और पंजाब रोडवेज ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (पीआरटीसी) के ठेका कर्मचारियों ने अपनी हड़ताल को अस्थायी रूप से स्थगित कर दिया है. कर्मचारियों ने सरकार को अपनी मांगें पूरी करने के लिए 13 अगस्त तक का समय दिया है. अगर इस दौरान मांगें पूरी नहीं हुईं, तो 14 अगस्त से फिर से विरोध प्रदर्शन शुरू करने की चेतावनी दी गई है.
कर्मचारियों का कहना है कि उन्होंने सरकार को स्पष्ट कर दिया था कि उनकी मांगें पूरी न होने पर हड़ताल जारी रहेगी. उनकी मुख्य मांगों में किलोमीटर स्कीम के तहत बसों के टेंडर रद्द करना, वेतन में वृद्धि और अन्य मांगों को पूरा करना शामिल है. कर्मचारियों का आरोप है कि सरकार ने अभी तक इन मांगों को लेकर कोई आधिकारिक पत्र जारी नहीं किया है, जिसके चलते उन्होंने विरोध शुरू किया था. हड़ताल के दौरान कर्मचारियों ने अपनी बसों को नजदीकी बस अड्डों पर रोक दिया था.
Also Read This: जालंधर बाईपास पर ट्रक में लगी भीषण आग, दोपहिया वाहन जलकर खाक

Punjab Bus Staff Strike
Punjab Bus Staff Strike. ठेका यूनियन के नेताओं का कहना है कि सरकार जानबूझकर देरी कर रही है. उन्होंने चेतावनी दी कि अगर 13 अगस्त तक कोई ठोस फैसला नहीं लिया गया, तो हड़ताल फिर से शुरू होगी. यूनियन के एक नेता ने कहा, “हम नहीं चाहते कि जनता को परेशानी हो, लेकिन अब फैसला सरकार के हाथ में है.”
पीआरटीसी की बसें 577 रूटों पर संचालित होती हैं, जिनमें पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, दिल्ली, राजस्थान और उत्तराखंड शामिल हैं. ये बसें रोजाना लगभग 3,55,827 किलोमीटर का सफर तय करती हैं. पीआरटीसी में 1,310 नियमित और कुल 8,000 कर्मचारी कार्यरत हैं. हड़ताल के कारण इन बसों के संचालन में बाधा आई, जिससे आम जनता को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा.
Punjab Bus Staff Strike. हड़ताल शुरू होने से पहले बसें दोपहर 2 बजे तक सामान्य रूप से चल रही थीं. लेकिन दोपहर 2 बजे से हड़ताल शुरू होने के बाद कर्मचारियों ने यात्रियों को नजदीकी बस अड्डों पर उतार दिया. इससे कई यात्री निराश हुए. कर्मचारियों का कहना है कि भविष्य की स्थिति सरकार के फैसले पर निर्भर करेगी. माना जा रहा है कि सरकार जल्द ही कर्मचारियों के साथ बातचीत शुरू कर सकती है ताकि इस मुद्दे का हल निकाला जा सके.
Also Read This: लुधियाना में पुलिस और तस्करों के बीच मुठभेड़, सर्च ऑपरेशन जारी
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें