फतेहपुर। उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में एक सैकड़ों साल पुराने मकबरे को लेकर बड़ा विवाद सामने आया है। स्थानीय लोगों और हिंदू संगठनों ने नवाब अब्दुल समद के मकबरे को ठाकुर जी का मंदिर बताकर वहां पूजा-अर्चना की योजना बनाई थी। सोमवार को सैकड़ों लोगों की भीड़ ने मकबरे में घुसकर तोड़फोड़ की और कब्र को नुकसान पहुंचाया।
मुखलाल पाल ने किया था नेतृत्व
इस घटना का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें भीड़ द्वारा तोड़फोड़ की जा रही है। जानकारी के अनुसार, इस भीड़ का नेतृत्व BJP जिलाध्यक्ष मुखलाल पाल ने किया था। उनके बुलावे और बयानों पर ही लोग पूजा-अर्चना के लिए एकत्र हुए थे। हालांकि, स्थिति बिगड़ने पर पुलिस ने हस्तक्षेप कर भीड़ को तितर-बितर किया।
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स्थानीय स्तर पर तनाव का माहौल
घटना के बाद FIR दर्ज की गई, लेकिन हैरानी की बात यह है कि FIR में मुखलाल पाल का नाम शामिल नहीं किया गया। सूत्रों का कहना है कि उनके उकसावे पर ही भीड़ ने यह कदम उठाया, फिर भी उनका नाम FIR से बाहर रखा गया, जिससे कई लोग सवाल उठा रहे हैं। इस घटना ने स्थानीय स्तर पर तनाव पैदा कर दिया है।
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