गयाजी। बिहार के गया जिले में अंधविश्वास के चलते एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। आरोप है कि ओझा-गुनी (जादू-टोना) के शक में एक शख्स की बेरहमी से हत्या कर दी गई। घटना शनिवार की है। मृतक की पहचान 45 वर्षीय रामवृक्ष मांझी के रूप में हुई है, जो शादी के बाद से अपनी पत्नी के साथ अतरी थाना क्षेत्र के बैरका गांव में रह रहा था।पुलिस के मुताबिक, आरोपियों ने रामवृक्ष को बरगलाकर आजाद नगर बुलाया था। यहां पहुंचते ही करीब एक दर्जन लोगों ने उसे बंधक बना लिया। पहले लाठी-रॉड से जमकर पिटाई की गई, फिर धारदार हथियार से उसकी जीभ और प्राइवेट पार्ट काट दिए गए, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। हैवानियत का आलम यह था कि मौत के बाद भी आरोपी लाठियों से उस पर हमला करते रहे।

बेहरमी से की गई पिटाई

रामवृक्ष बैरका गांव में अपनी पत्नी के साथ रह रहा था, को आजाद नगर के ग्रामीणों ने किसी बहाने से बुलाया और फिर उसे बेरहमी से पीटना शुरू कर दिया। गश्ती टीम ने जब रामवृक्ष को छुड़ाने की कोशिश की, तब भीड़ ने उसे पुलिस की गाड़ी से खींच लिया और उसकी पिटाई जारी रखी। इसके बाद गश्ती टीम की वापसी के बाद पुलिस की दूसरी टीम ने घटना स्थल पर पहुंचने के बाद पाया कि रामवृक्ष की हत्या हो चुकी थी।

10 लोग हुए गिरफ्तार

पुलिस ने इस मामले में 10 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। यह हत्याकांड समाज के भीतर बढ़ती हिंसा और कानून व्यवस्था की स्थिति पर गंभीर सवाल खड़े करता है। पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम करवा लिया और मामले की जांच तेज कर दी है।

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