Bastar News Update: कोंडागांव। कोंडागांव से केशकाल को जोड़ने वाला बाईपास प्रोजेक्ट एक बार फिर सुर्खियों में है. प्रशासन ने अधूरे बाईपास के लिए नया टेंडर जारी करने का निर्णय लिया है, ताकि काम जल्द शुरू होकर पूरा हो सके.
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दरअसल, यह परियोजना वर्ष 2014-15 में स्वीकृत हुई थी और इसका मकसद था कि भारी वाहनों को शहर के बीच से हटाकर बाईपास मार्ग से गुजारा जाए, जिससे ट्रैफिक जाम और दुर्घटनाओं में कमी आए. लेकिन ठेकेदार ने अब तक 39 किलोमीटर सड़क तो बना दी, जबकि केशकाल बाईपास का निर्माण अधूरा छोड़ दिया गया. इस अधूरे काम के कारण आज भी भारी वाहन शहर के बीच से गुजरते हैं, जिससे स्थानीय लोगों को रोजाना जाम और प्रदूषण का सामना करना पड़ रहा है.

मंत्री ने स्वीकारा देरी, कहा ‘अब और इंतज़ार नहीं’
जगदलपुर में आयोजित एक जनसभा के दौरान परिवहन मंत्री ने खुलकर स्वीकार किया कि केशकाल बाईपास के निर्माण में अनावश्यक देरी हुई है. उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट के अधूरे रहने से न सिर्फ़ यात्रियों को तकलीफ हो रही है बल्कि व्यापारिक गतिविधियां भी प्रभावित हो रही हैं. मंत्री ने भरोसा दिलाया कि नवनिर्मित टेंडर प्रक्रिया पूरी होते ही कार्य तेज़ी से शुरू कराया जाएगा और समय सीमा में समाप्त करने पर विशेष निगरानी रखी जाएगी.
विधायक ने ठेकेदार पर साधा निशाना
कोंडागांव के स्थानीय विधायक ने केशकाल बाईपास प्रोजेक्ट में हुई देरी और अधूरे काम पर नाराजगी जताई. उन्होंने कहा कि 10 साल पहले स्वीकृत हुई इस परियोजना को समय पर पूरा किया जा सकता था, लेकिन ठेकेदार की लापरवाही और विभागीय उदासीनता के कारण यह अधूरी रह गई. विधायक ने ठेकेदार पर कड़ी कार्रवाई करने और भविष्य में ऐसी लापरवाही रोकने के लिए सख्त नियम बनाने की मांग की है.
ऊंचाई वाले इलाके से दूर होगी बिजली की समस्या, सोलर पावर प्लांट
दंतेवाड़ा। दंतेवाड़ा के एक ऊंचाई वाले क्षेत्र में अत्याधुनिक सोलर पावर प्लांट स्थापित किया गया है. इस प्लांट की खासियत यह है कि इसे इस तरह डिजाइन किया गया है कि बादल, बारिश या धूप कम होने पर भी बिजली उत्पादन प्रभावित न हो. यह प्लांट जिले के दूर-दराज इलाकों में स्थिर बिजली सप्लाई सुनिश्चित करेगा, जिससे ग्रामीणों को बार-बार बिजली कटौती की समस्या से छुटकारा मिलेगा.
केंद्र की मदद से ऊर्जा आत्मनिर्भरता की ओर कदम
केंद्र सरकार की सहायता से तैयार हुए इस सोलर पावर प्लांट को दंतेवाड़ा के ऊर्जा आत्मनिर्भर बनने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है. अधिकारियों के मुताबिक, इस प्लांट से मिलने वाली बिजली का इस्तेमाल सरकारी संस्थानों, स्कूलों, अस्पतालों और गांवों में किया जाएगा. इससे डीजल जनरेटर पर निर्भरता घटेगी, जिससे ईंधन की बचत और प्रदूषण में कमी आएगी.
पशुओं का टीकाकरण बढ़ाएगा दूध उत्पादन
जगदलपुर। पशुपालन विभाग के विशेषज्ञ बताते हैं कि नियमित टीकाकरण से पशुओं को कई गंभीर बीमारियों से बचाया जा सकता है. इससे उनका स्वास्थ्य बेहतर रहता है और दूध उत्पादन में उल्लेखनीय वृद्धि होती है. अच्छे स्वास्थ्य वाले पशु अधिक समय तक उत्पादन में सक्रिय रहते हैं, जिससे पशुपालकों की आमदनी बढ़ती है. साथ ही, इससे मांस और दुग्ध उत्पादों का व्यापार भी मजबूत होता है, जो स्थानीय अर्थव्यवस्था के लिए फायदेमंद है.
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