लखनऊ. सड़क पर फतेहपुर मुद्दे की चर्चा तो ही. अब नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने इस मुद्दे को विधानसभा सत्र के दूसरे दिन शुरुआत में ही उठाया. नेता प्रतिपक्ष ने फतेहपुर जिले में मकबरे में हिंदू संगठनों के हंगामे की खबर पर बहस की मांग की. सरकार ने सुनियोजित तरीके से कार्य स्थगन प्रस्ताव को बाद में कर दिया है. इससे सरकार को मुद्दों से भागने का समय मिल जाता है. हम चाहते हैं कि कार्यस्थगन प्रस्ताव के तहत उस पर चर्चा हो. ताकि, सच्चाई सामने आ सके और स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए ठोस कदम उठाए जा सकें. इस मामले में तत्काल संज्ञान लेने और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की. उन्होंने चेतावनी दी कि अगर इस पर जल्द कदम नहीं उठाए गए, तो माहौल और बिगड़ सकता है. सरकार के जवाब से असंतुष्ट विपक्ष ने बेल में नारेबाजी शुरू कर दी. जिस पर विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना से आश्वासन मिला.
इसे भी पढ़ें- ये ठग, हमसे लेकर हमको ही देता है… AI से हुई चैट को लेकर अभय सिंह का मजेदार बयान, सुनते ही सभी विधायक लगाने लगे ठहाके
बता दें कि फतेहपुर जिले के नबाव अब्दुल समद के मकबरे को लेकर बवाल काफी बढ़ गया है. हिंदू संगठन का दावा है कि इस जगह पर हजारों साल पहले भगवान शिव और श्रीकृष्ण का मंदिर था, मकबरे में शिवलिंग, नंदी, और त्रिशूल-फूल की कलाकृतियां हैं. तनाव के चलते जिला प्रशासन ने मकबरे को सील कर बैरिकेडिंग की. जिसे लेकर दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर पथराव किया था.
इसे भी पढ़ें- सरकार नहीं चलने देना चाहती सदन, क्योंकि… नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद का हमला, संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना को लेकर कह दी बड़ी बात
बड़ी संख्या में पहुंचे हिंदू पक्ष के लोग
हिंदू महासभा समेत कई हिंदू संगठनों के हजारों लोग ईदगाह में बने मकबरे पर पहुंचकर उसकी छत में चढ़ गए थे. जहां भगवा झंडा फहराया दिया था. वहीं हिंदू संंगठन के नेता ने मकबरे के अंदर पूजा-पाठ शुरू कर दी थी. जिसके बाद विशेष समुदाय के लोग भड़क गए. पूजा-पाठ और भगवा लहराने के जानकारी मिलते ही हजारों की संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग पहुंचे और बवाल मच गया, बढ़ता ही दिखाई दे रहा है.
- त्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक