Durg-Bhilai News Update: भिलाई. जामुल थाना अंर्तगत आम्रपाली वनांचल सिटी के पीछे जुआ की महफिल सजी थी. पुलिस को इसकी भनक लगी और मौके पर दबिश देकर एक नाबालिग समेत पांच आरोपियों को गिरतार किया है. पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 14 हजार 700 रुपए और पत्ती ताश को जब्त किया है. पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ छत्तीसगढ़ जुआ प्रतिषेध अधिनियम 2022 की धारा 3(2) के तहत कार्रवाई की.


जामुल टीआई राजेश मिश्रा के मुताबिक 11 अगस्त की शाम करीब 4 बजे सूचना मिली थी कि आम्रपाली वनांचल सिटी के पीछे 32 एकड़ में फड़ बनाकर खुलेआम जुआ खेला जा रहा है. ताशपत्ती के साथ पूरी महफिल सजी है. पेट्रोलिंग टीम के साथ नंदलाल सोनकर, भुनेश्वर खुटेल, राजू कुरैशी उर्फ शरीफ कुरैशी, आयान कुरैशी और एक नाबालिक बालक को धर दबोचा. बाकी जुआरी मौके से भागने में कामयाब रहे. जुआरियों से 14 हजार 700 रुपए नगद बरामद किया.
नंदिनी नगर पुलिस ने भी ग्राम अहिवारा के छठ तालाब के पास दबिश देकर जुआ खेलते 5 आरोपियों को रंगे हाथ पकड़ा. पुलिस ने आरोपी राजू रावत, डेनियल, लुकेश्वर प्रसाद साहू, देवराज सिन्हा और आरएन साहू को गिरतार किया है. मौके से 52 पत्तों की ताश और 2500 रूपए नकद जब्त किया. थाना प्रभारी पारस ठाकुर ने आरोपियों के खिलाफ छत्तीसगढ़ जुआ प्रतिबंध अधिनियम 2022 की धारा 3 के तहत मामला दर्ज किया है.
6 महीने से जुए की भनक नहीं
आसपास के लोगों ने बताया कि यह जुआ करीब 6 महीने से चल रहा था. जामुल पुलिस के मुखबिरों ने इसकी सूचना पहले नहीं दी. वहीं एक पार्षद के शह पर एक फड़ छावनी थाना क्षेत्र में संचालित हुआ. 2 दिनों तक चला, लेकिन इसकी भनक जैसे ही जिम्मेदार पुलिस अधिकारियों को हुआ, जुआ बंद हो गया.
BSP में ड्यूटी से बचने टाउनशिप में लगा रहे हाजिरी
भिलाई. भिलाई स्टील प्लांट में ड्यूटी से बचने के लिए अधिकारी और कर्मचारी किस-किस तरह के तरीके अपना रहे हैं. यह जानकर दूसरे कर्मचारी और अधिकारी हैरान रह जाएंगे. बीएसपी के भीतर अपने विभाग तक पहुंचे बिना ही वे अटेेंडेंस लगा रहे हैं. इसके लिए टाउनशिप के बायोमेट्रिक सिस्टम का इस्तेमाल किया जा रहा है. सवाल उठ रहा है कि यह सुविधा कौन मुहैया करवा रहा है. इसकी जानकारी विभाग के हेड ऑफ डिपार्टमेंट (एचओडी) और पर्सनल ऑफिसर (पीओ) को होती है.
जांच में गाज किसी पर भी गिर सकती है.
बीएसपी प्रबंधन ने जांच में पाया है कि संयंत्र में काम करने वाले करीब 163 अधिकारी और कर्मचारी प्लांट के भीतर अपने विभाग में जाकर एफआरएएस के माध्यम से हाजिरी लगाने की जगह टाउनशिप में मौजूद अलग-अलग विभागों में हाजिरी लगा रहे हैं. वे अब प्रबंधन के निशाने पर है. सूत्रों के मुताबिक इसमें पहुंच वाले कर्मचारी, अधिकारी और यूनियन नेताओं के नाम भी शामिल होने की बात कही जा रही है.
बता दें कि बीएसपी में कर्मचारी और अधिकारी का अटेंडेंस उनके विभागों में लगे बायोमेट्रिक तकनीक के फेस रीडिंग अटेंडेंस सिस्टम (एफआरएएस) से लिया जा रहा है. कोक ओवन विभाग में अगर 40 जगह एफआरएएस लगाया गया है, तो किसी भी जगह उस विभाग का अधिकारी या कर्मचारी अटेंडेंस लगा सकता है, लेकिन वह दूसरे विभाग में जाकर अटेंडेंस लगाने कोशिश करेगा, तो वहां अटेंडेंस नहीं लगेगा. इसके बाद भी प्लांट में काम करने वाले कार्मिक बाहर किस तरह से अटेंडेंस लगा रहे थे. सवाल उठ रहा है कि आखिर दूसरे विभाग में लगे एफआरएएस में उनके नाम को किसने जोड़ा. सीएनआईटी को ई-मेल किस अधिकारी ने किया, जिसके आधार पर प्लांट के बाहर अटेंडेंस की सुविधा दी गई.
27 हजार ठेका मजदूरों को त्योहार से पहले बोनस देने की रखी मांग
भिलाई . भिलाई इस्पात संयंत्र के करीब 27 हजार मजदूरों को त्योहार से पहले बोनस दिया जाए. यह मांग हर मजदूर कर रहा है. प्रबंधन तक उनकी आवाज नहीं पहुंच रही है. नियमित कर्मचारी और उनके नेता अपने बोनस को लेकर मंथन कर रहे हैं. ठेका मजदूरों के लिए अब तक कोई ठोस पहल नहीं हुई है. मजदूरों की मांग है कि कम-से-कम दीपावली से एक सप्ताह पहले उनके खातों में बोनस की राशि पहुंच जाए. ठेका श्रमिक इस वर्ष बोनस को लेकर आंदोलन करने की तैयारी में है. इस मामले में श्रमिक नेता भी उनके साथ लगातार बैठक कर रहे हैं.
काम बराबर फिर बोनस में भेदभाव क्यों
बीएसपी में ठेका श्रमिक नियमित कर्मियों के कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रहे हैं. संयंत्र के मुनाफा में नियमित कर्मियों के बराबर की भागीदारी ठेका श्रमिकों की है. तब बोनस के मामले में उनके साथ दोयम दर्जे का व्यवहार क्यों किया जा रहा है. यह सवाल उठ रहा है. बीएसपी के नियमित कर्मचारी को त्योहार से पहले बोनस दिया जा रहा है और ठेका मजदूरों को त्योहार के बाद भी 3 या 5 हजार थमा दिया जाता है. वे आवाज उठाते हैं, तो काम से बैठा दिया जाता है.