आशुतोष तिवारी, जगदलपुर। शहर में दस दिन पहले शर्मसार करने वाले वाकये में एक ट्रक ड्राइवर का अपहरण कर फर्म संचालकों ने उसकी बुरी तरह से पिटाई करते हुए उस पर पेशाब कर दिया था. इस शर्मनाक घटना को अंजाम देने के बाद फरार चल रहे मुख्य आरोपियों आयुष राजपूत और मिथलेश साहू पर पुलिस ने दो हजार रुपए ईनाम घोषित किया गया है.
बता दें कि जगदलपुर से एक दिल दहलाने वाला मामला 2 अगस्त को सामने आया था, जिसमें कबाड़ी के लिए ट्रक चलाने वाले ड्राइवर खुर्शीद अहमद ने आरोप लगाया था कि उसे फार्म हाउस ले जाकर संचालकों ने बुरी तरह पीटा. घंटों तक टॉर्चर किया, और हद तो तब हो गई जब उसके ऊपर पेशाब कर दिया गया. इस घटना पर किसी को यकीन नहीं होता, लेकिन पूरे वाकये का वीडियो सामने आने के बाद लोगों के होश उड़ गए.

पीड़ित ड्राइवर खुर्शीद अहमद ने पुलिस को बताया कि भुवन कबाड़ी के लिए ट्रक चलाने का काम करता था. संचालक उसे गैरकानूनी तांबा-पीतल लोड कर ले जाने के लिए कहते थे. जब उसने इनकार किया, तो मेरे अकाउंट से सारा पैसा निकाल लिए, जिसके बाद वह अपने गांव चला गया.
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फिर से काम पर लौटने का किया आग्रह
पीड़ित के अनुसार, इस घटना के कुछ दिन बाद उसे फोन कर दोबारा काम पर लौटने का आग्रह किया गया. वापस आने पर दो मुख्य आरोपी नितिन साहू और पीयूष ठाकुर ने कार में बिठाकर तांबा-पीतल लोड गाड़ी को ले जाने के लिए कहा. उसके इंकार करते ही उसे टॉर्चर करना शुरू दिया. उसे फार्म हाउस ले गए, जहां पहले से दो लोग मौजूद थे. वहां चारों ने मिलकर उसे करीब 3 घंटे तक बेल्ट और घूंसे मारे. इसके अलावा नंगा कर उसके ऊपर पेशाब कर दिया गया.
वीडियो कॉल पर दिखाया टॉर्चर
पीड़ित खुर्शीद ने बताया कि हमलावरों ने एक लड़के को वीडियो कॉल कर यह प्रताड़ना लाइव दिखाई. मेरे गांव के एक लड़के को वीडियो कॉल कर मारा जाना दिखाया गया. वह लड़का समझदारी दिखाते हुए उस कॉल को रिकॉर्ड कर लिया और बोधघाट थाना में जाकर शिकायत दर्ज की. इस बात की जानकारी मिलते ही दोनों मुख्य आरोपी उसे लेकर तेलंगाना भाग गए. हैदराबाद के पहले ही एक जगह गाड़ी रोककर फिर मारा और चाकू दिखाकर धमकाया कि अब तू जैसा हम बोलेंगे वैसा बोलेगा.
जंगल में छोड़ने के बाद किसी तरह पहुंचा गांव
इसके बाद मुझे जंगल में ले जाकर छोड़ दिया गया. वहां से पैदल-पैदल एक दुकान तक पहुंचा, जहां मोबाइल चार्ज कर गांव में एक जान-पहचान वाले ड्राइवर को फोन किया. उसकी मदद से गांव पहुंचा और अस्पताल में भर्ती हुआ. इलाज के बाद ठीक होकर खुर्शीद ने बोधघाट थाना में एफआईआर दर्ज करवाने पहुंचा. उनका कहना है कि अब भी उसे उन लोगों से जान का खतरा है. वे रास्तेभर कहते रहे कि तुझे मारने का ही प्लान था, बात लीक हो गई, नहीं तो मार देते.
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