Minta Devi Attacks On Rahul Gandhi & Priyanka Gandhi: एसआईआर (12 अगस्त, 2025) के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और प्रियंका गांधी समेत कई विपक्षी सांसदों ने जो टी-शर्ट पहनी थी, उस पर बिहार के सीवान की रहने वाली मिंता देवी की तस्वीर छपी थी। मामले में अब मिंता देवी की प्रतिक्रिया सामने आई है। राहुल गांधी-प्रियंका गांधी पर भड़कते हुए मिंता देवी ने कहा कि मेरी तस्वीर इस्तेमाल करने वाले वो दोनों मेरे कौन होते हैं? उनको अधिकार किसने दिया?

मिंता देवी ने कहा कि मुझे दो-चार दिन पहले पता चला कि मैं 125 साल की हो गई हूं। मैं क्या दिख रही हूं। ये मीडिया वालों को भी तो बताना चाहिए कि कितनी उम्र की हूं? क्या दिख रही हूं? वो (विपक्षी दल के सांसद) मेरे कौन होते हैं? मेरी तस्वीर वाली टी-शर्ट क्यों पहनी? अधिकार किसने दिया?” 

‘जिसने गलती की उन लोगों से हो सवाल’

मिंता देवी ने आगे कहा, “मेरी उम्र बढ़ाने के लिए किसने कहा? जो किया होगा उसको पता नहीं है? मेरे पास किसी का फोन नहीं आया। मिंता देवी ने कहा कि वे सरकार को बताना चाहती हैं कि जो भी ये काम हुआ है उसके लिए वो जिम्मेदार नहीं हैं। जिसने भी गलती की है उन लोगों से ही सवाल किया जाए। इंडिया गठबंधन के सांसदों की ओर से किए गए प्रदर्शन को लेकर कहा कि मेरे लिए ऐसा न किया जाए। कहा कि मैं 125 साल की दिख रहूं हूं क्या? मेरे से जो कुछ मांगा गया था… आधार कार्ड वो दिया है मैंने. जिसने वो काम किया उसने आंख बंद कर किया? उसको नहीं दिख रहा था? जब 125 साल की हो ही गई हूं तो वृद्धा पेंशन क्यों नहीं दी जा रही है? मिंता देवी ने कहा कि उनकी उम्र 30 से 35 साल है।

जानें क्या है पूरा मामला

आपको बता दें कि इस वर्ष नवंबर-दिसंबर में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव से पहले चुनाव आयोग वहां वृहद मतदाता पुनरीक्षण कार्यक्रम चला रहा है। इसे एसआईआर काहा जाता है। इसका विपक्ष जोर-शोर से विरोध कर रहा है। विपक्षी पार्टियों का कहना है कि ये सब बीजेपी के इशारे पर आयोग कर रहा है। इसके पीछे का मकसद लोगों को मतदाता सूची से नाम हटाना है।

मतदाता पुनरीक्षण के तरहत ही सीवान के दुरौंधा विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में आने वाले अरजानीपुर गांव की निवासी मिंता देवी ने हाल ही में पहली बार मतदाता सूची में अपना नाम दर्ज कराने के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था। उनके आधार कार्ड के अनुसार, उनकी जन्मतिथि 15 जुलाई 1990 है, यानी उनकी उम्र 34 वर्ष है। वहीं जब उन्हें वोटर आईडी कार्ड प्राप्त हुआ, तो उसमें उनकी जन्मतिथि 15 जुलाई 1900 दर्ज थी, जिसके मुताबिक उनकी उम्र 124 वर्ष होती ।

मिंता देवी और उनके परिवार का कहना है कि SIR प्रक्रिया के दौरान कोई भी बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) या चुनाव आयोग का कर्मचारी उनके घर नहीं आया। मिंता के ससुर तेजप्रताप सिंह ने भी बताया कि उनके गांव में कोई अधिकारी वोटर लिस्ट के पुनरीक्षण के लिए नहीं आया। उन्होंने मांग की है कि इस गलती को जल्द से जल्द सुधारा जाए। पड़ोसी सुरेश सिंह और मिंता के ससुर के भाई मधुसूदन सिंह ने भी इस मामले में चुनाव आयोग की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया।

विपक्ष ने बनाया मुद्दा, संसद में प्रदर्शन

चुनाव आयोग की इस गलती का विपक्षी पार्टियों ने फायदा उठाया। दिल्ली में संसद भवन के बाहर कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी और इंडिया ब्लॉक के सांसदों ने टी-शर्ट पहनकर प्रदर्शन किया, जिस पर मिंता देवी की तस्वीर और उनकी उम्र 124 वर्ष छपी थी। विपक्ष ने इसे चुनाव आयोग की नाकामी करार देते हुए SIR प्रक्रिया पर सवाल उठाए। प्रियंका गांधी ने कहा, ‘यह गलती नहीं, लापरवाही का नमूना है। अगर एक महिला की उम्र में इतनी बड़ी गड़बड़ी हो सकती है, तो मतदाता सूची की विश्वसनीयता पर सवाल उठना लाजमी है। राजनीति के लिए अपनी तस्वीर का इस्तेमाल होमने पर मिंता देवी ने राहुल-प्रियंका पर निशाना साधा है।

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